Uttarakhand forest fire video viral

Uttarakhand forest fire video viral: उत्तराखंड में इन दिनों गढ़वाल से लेकर कुमाऊँ तक जंगल आग से धधक रहे हैं। आग लगने की घटनाओं में कई मामले शरारती तत्वों द्वारा जानबूझ कर आग लगाने के भी सामने आये हैं। इसबीच आग लगाने को लेकर चमोली जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तीन युवक वनाग्नि को बढ़ावा देते नजर आ रहे हैं। चमोली पुलिस ने मामले का तुरंत संज्ञान लेते हुए तीनों युवकों को गिरफ्तार क्र लिया है। पुलिस की जांच में वीडियो पांडवाखाल, गैरसैंण चमोली का होना पाया गया।

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में कुछ युवक पहाड़ों में आग लगाने की बात कर रहे हैं। वायरल वीडियो में ये युवा “आग लगाना ही हमारा यही काम है, कहते सुनाई दे रहे हैं। एक युवक कह रहा है कि ‘पहाड़ जलाकर कर देंगे भष्म, आग से खेलना हमारा शौक है’ हम इसी काम के लिए आये हैं। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे ये युवा जंगलों को आग के हवाले कर रहे हैं। अब वायरल हो रहे इस वीडियो में एक्शन हुआ है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो गैरसैंण ब्लॉक के पांडुवाखाल क्षेत्र का बताया जा रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद चमोली पुलिस ने इसका संज्ञान लिया। चमोली पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने थाना गैरसैंण पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। जिसके बाद गैरसैण पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी बृजेश कुमार, सलमान व शुखलाल, को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आये ये तीनों युवक बिहार के रहने वाले हैं।

तीनों युवकों को थाना गैरसैंण लाया गया है। पूछताछ में युवकों ने बताया कि सोशल मीडिया पर लोकप्रियता हासिल करने के लिए उन्होंने यह वीडियो अपलोड किया था। तीनों युवक मजदूरी का काम करते हैं। आजकल पांडुवाखाल क्षेत्र में ठेकेदार के साथ सड़क डामरीकरण का कार्य कर रहे हैं। तीनों युवकों के विरुद्ध धारा 26 भारतीय वन अधिनियम, सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने वनों को आग से बचाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि घटना वाले क्षेत्रों में आग बुझाने की सबसे पहले जिम्मेदारी स्थानीय निवासियों की है। आग लगने पर वन विभाग व फायर सर्विस को सूचित करें।

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                                             अपील

इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ अराजक तत्वों द्वारा जंगलों में आग लगाई जा रही है, जिस वजह से वनाग्नि की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। वनाग्नि की वजह से पेड़ों, जीव-जंतुओं और पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है, वहीं वायु प्रदूषण और ताप की समस्या भी पर्यावरण को प्रभावित करती है। जंगलों में आग लगने से वन्य जीवन बहुत प्रभावित होता है और वन सम्पदा को भी भारी क्षति पहुंचती है।

पुलिस अधीक्षक श्री सर्वेश पंवार महोदय ने आम जन से अपील करते हुए कहा है कि घटना वाले क्षेत्र में सबसे पहले रिस्पोन्डर स्थानीय निवासी होते है। आप सभी कहीं भी आग लगने पर वन विभाग व फायर सर्विस को सूचित करें। आग लगाने वाले अराजक तत्वों की जानकारी देने में सहयोग करें। जो भी व्यक्ति वनों में आग लगाता है या आग लगाने का दोषी पाया जाता है, उसके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कर करते हुए कठोर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।

आप सभी से अनुरोध है कि सोशल मीडिया पर इस प्रकार के वीडियो अपलोड न करे व बिना जांचे पऱखे किसी भी चीज को फॉरवर्ड न करे।