पौड़ी गढ़वाल : लॉकडाउन के दौरान पौड़ी में धोखे से एक महिला के पेंशन खाते का यूपीआई पिन व एटीएम कार्ड की जानकारी कर ढाई लाख रुपये निकालने के दो आरोपियों को पौड़ी कोतवाली पुलिस ने नई दिल्ली के नजफ़गढ़ इलाके से गिरफ्तार कर लिया है।
पौड़ी गढ़वाल पुलिस मीडिया सेल से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 07 अक्टूबर को कोतवाली पौड़ी में देवेश्वरी रावत पत्नी स्व. मनवर सिंह ने लिखित तहरीर दी कि उनका एसबीआई पौडी में बैंक बचत खाता है। जिसमे उनकी पेंशन आती है। उनके इस खाते से पिछले दो माह से हैकर्स द्वारा पैसे निकाले जा रहे है और अब तक लगभग दो लाख पचास हजार रुपये निकाले जा चुके है। इस सम्बन्ध में कोतवाली पौड़ी में अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
लॉकडाउन के दौरान गूगल पे, फोन पे, ओएलएक्स व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से लोगों के साथ साइबर ठगी करने वाले व्यक्तियों की गिरफ्तारी तथा आम जनमानस से हो रही इस प्रकार की ठगी को रोकने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल कु. पी. रेणुका देवी के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी पौड़ी सुश्री वन्दना वर्मा के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पौड़ी के नेतृत्व सीआईयू प्रभारी रफत अली मय पुलिस टीम का गठन करते हुए उन्हें आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। गठित टीम द्वारा कोतवाली पौड़ी में पंजीकृत उक्त अभियोग में संलिप्त अभियुक्त अनुज रावत पुत्र हिम्मत सिंह नेगी व अभियुक्त पवन विष्ट पुत्र महेन्द्र सिंह बिष्ट को बीते शनिवार को नई दिल्ली के नफजलगढ़ इलाके से गिरफ्तार किया गया। दोनों ही अभियुक्त पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी हैं और वर्तमान में दिल्ली के नजफ़गढ़ में रहते हैं। अभियुक्तों को न्यायालय पेश किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 2500/- रूपये का नगद पारितोषिक दिया गया।
पुलिस जाँच में पता चला है कि यह गिरोह फोन कर के अपने आप को बैंक का अधिकारी/ रिस्तेदार बताकर लोगो से एटीएम कार्ड बन्द होने या ब्लाक होने के सम्बन्ध में बताते है और यूपीआई पिन नम्बर व एटीएम कार्ड का नम्बर, सीवीवी नम्बर व ओटीपी लेकर लोगो से धोखाधडी कर विभिन्न खातों में पैसे डालकर आनलाईन शॉपिंग करते थे।