राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर बुधवार को जिला मुख्यालय उत्तरकाशी स्थित श्याम स्मृति वन में शैक्षिक गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सम्मान समारोह में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि शिक्षक व्यक्तित्व एवं समाज का निर्माण करते हैं। इस मौके पर रुद्रप्रयाग के कोटतल्ला प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक सतेंद्र भंडारी द्वारा पर्यावरण एवं शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। गोष्ठी में शिक्षा के स्तर में सुधार के साथ ही पर्यावरणीय गतिविधियों को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करने की पैरवी की गई।
इस मौके पर डायट बड़कोट के प्राचार्य एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद सिमल्टी, पीजी कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर सविता गैरोला एवं संस्कृत महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य उमेश बहुगुणा को शिक्षा रत्न सम्मान से नवाजा गया। जबकि उत्तरकाशी के शिक्षक राघवेंद्र उनियाल, रुद्रप्रयाग के सतेंद्र भंडारी एवं टिहरी के पवन कुदवान को टीचर रोल मॉडल अवार्ड दिया गया। उत्कृष्ट परीक्षा परिणामों के लिए सरस्वती विद्या मंदिर चिन्यालीसौड़ के प्रधानाचार्य नत्थीलाल बंगवाल तथा अल्पाइन पब्लिक स्कूल के संस्थापक मेजर (सेनि.) आरएस जमनाल को गुरू गौरव रत्न सम्मान दिया गया। जबकि पीजी कॉलेज के डॉ. महेंद्र पाल परमार, डॉ. भरत सिंह राणा, कमल बिष्ट, डा. एमपी तिवारी, डॉ. विश्वनाथ राणा, डा. कैलाश रावत, माध्यमिक शिक्षक कृष्णानंद बिजल्वाण, सुंदर नौटियाल, मगनेश्वर नौटियाल, संजय जगूड़ी, जमुना प्रसाद उनियाल, मुरली मनोहर भट्ट, चंद्रपाल राणा, विजयप्रकाश भट्ट, भगवती उनियाल, डा. द्वारिका नौटियाल, प्राथमिक शिक्षक राजेंद्र बधानी, संगीता जोशी, रमा डोभाल, राजीव सेमवाल, बलवीर पंवार एवं संजय कोठारी को शिक्षक रत्न सम्मान प्रदान किया गया। इस मौके पर संस्था के सचिव मुरारी पोखरियाल, डॉ. प्रेम पोखरियाल, डॉ. तिलकराम प्रजापति, रेणुका समिति के अध्यक्ष संदीप उनियाल, डा. शंभू प्रसाद नौटियाल अनेक लोग मौजूद रहे।