पौड़ी: पौड़ी शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से आयोजित जनाक्रोश रैली का आज पौड़ी में व्यापक असर देखने को मिला। गुरुवार को संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शहर में निकाली गयी जनाक्रोश रैली में लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी. इस दौरान शहर की सभी दुकानें भी बंद रही। रैली को व्यापार संघ का भी पूरा समर्थन मिला।
जनाक्रोश रैली में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। आज सुबह पौड़ी शहर वासियों, दुकानदारों, विभिन्न संगठनों के साथ ही विभिन्न गांवों से आए लोग रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। जहाँ पर एक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान समिति के मुख्य संयोजक नमन चंदोला ने कहा राज्य निर्माण की नींव रखने वाली उत्तराखंड आंदोलन की जननी पौड़ी के साथ पिछले 23 सालों से जो पक्षपात हो रहा है उसके खिलाफ सबको एक होने की जरूरत है। राज्य बनने के बाद सबसे ज्यादा उपेक्षा पौड़ी शहर की हुई। 23 सालों बाद भी पौड़ी को स्वास्थ्य, स्वच्छता, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ना पड़ रहा है। एक के बाद एक सरकारी कार्यालय पौड़ी से स्थानांतरित हो गये। जिससे यहां का व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ है। आज व्यापारियों की स्थिति यह है कि कई दुकानदार सिर्फ दुकान खोलने और बंद करने तक सीमित रह गए हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या महिलाओं ने भी शिरकत की।
सभा के बाद यहां से जन सैलाब के रुप में जनाक्रोश रैली अपर बाजार होते हुए एजेंसी चैक, माल रोड़, बस स्टेशन, धारा रोड़ होते हुए कलक्ट्रेट परिसर पहुंची। इस दौरान संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से एडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर तीन दिन के भीतर 12 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होने पर क्रमिक अनशन की चेतावनी दी। कहा कि 3 दिन के भीतर मांगें पूरी नहीं होने पर रामलीला मैदान में क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा।
इस अवसर पर संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला, अध्यक्ष मनोज रावत अंजुल, कुलदीप गुसांई, निखिल रौथाण, अखिलेश नेगी, देवेंद्र रावत, केशर सिंह नेगी, दीपक कुकसाल, विनोद नेगी, सरिता नेगी, कमला रावत, मीनाक्षी रावत, जसपाल रावत, केशर सिंह असवाल, सचिन बड़थ्वाल, अनीता रावत, विमलेश कुमार, कांता, संजय बडोनी, दिनेश बिष्ट, रविंद्र रावत, कमल रावत, राजेंद्र राणा, अनीता काला सहित सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल रहे।