देहरादून : उत्तराखंड से बड़ी खबर आई है। खटीमा से भाजपा विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। बीजेपी विधायक दल की बैठक में उधमसिंहनगर जिले की खटीमा विधानसभा सीट से विधायक पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लगाई गई। धामी बीजेपी से 2 बार के हैं तथा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। शनिवार को भाजपा विधायक मंडल दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री के रूप में उनके नाम पर मुहर लगी। 45 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में जल्दी ही शपथ लेंगे। शुरुआती दौर में पुष्कर सिंह धामी का नाम कहीं भी चर्चा में नहीं था। लेकिन अचानक से उन्होंने मुख्यमंत्री पद की रेस में सभी को पछाड़ दिया।
पहले आज शाम को ही पुष्कर सिंह धामी नए सीएम के रूप में शपथ लेने वाले थे, लेकिन बाद में इस कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया। अब रविवार को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। पुष्कर धामी ने कहा कि मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है। जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे।
कौन हैं पुष्कर सिंह धामी, जो बने उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री
राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बनने जा रहे पुष्कर सिंह धामी जनपद पिथौरागढ की ग्राम सभा टुण्डी, तहसील डीडी हाट में जन्म हुआ। सैनिक पुत्र होने के नाते राष्ट्रीयता, सेवा भाव एवं देशभक्ति को ही धर्म के रूप में अपनाया। आर्थिक आभाव में जीवन यापन कर सरकारी स्कूलों से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। तीन बहनों के पश्चात अकेला पुत्र होने के नाते परिवार के प्रति जिम्मेदारियाॅ हमेशा बनी रही। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए सीएम बनाए गए हैं। अपने गठन के 20 साल में पहाड़ प्रदेश उत्तराखंड अब तक 10 मुख्यमंत्री देख चुका है। शुक्रवार को राज्य में हुए राजनीतिक संकट के बाद पुष्कर सिंह धामी को सीएम पद के लिए चुना गया है। उन्हें आज विधायक दल का नेता चुना गया और इसके बाद तय हो गया कि वह अगले सीएम होंगें। पुष्कर धामी के साथ केंद्रीय नेतृत्व अगले साल होने वाले चुनावों को भी साध रही है।
पुष्कर सिंह धामी ने सन 1990 से 1999 तक जिले से लेकर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों में रहकर विद्यार्थी परिषद में कार्य किया है। इसी दौरान अलग-अलग दायित्वों के साथ-साथ प्रदेश मंत्री के तौर पर लखनऊ में हुये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सम्मेलन में संयोजक एवं संचालन कर प्रमुख भूमिका निभाई।
राज्य की भौगोलिक परिस्थियों को नजदीक से समझते हुए क्षेत्रीय समस्याओं की समझ और उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के साथ एक अनुभवी सलाहकार के रूप में 2002 तक कार्य किया। दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए सन 2002 से 2008 तक छः वर्षो तक लगातार पूरे प्रदेश में जगह-जगह भ्रमण कर युवा बेरोजगार को संगठित करके अनेकों विशाल रैलियां और सम्मेलन आयोजित किए।
खटीमा से वह लगातार दो बार 2012 से अब तक विधायक हैं। उनका कहना है कि सीएम के रूप में क्षेत्र और राज्य की जनता से मेरा यही निवेदन है कि अपनी समस्याओं के समय-समय पर अवगत कराते रहें, जिससे मैं उन्हे विधानसभा में सरकार के सामने प्रमुखता से उठाते हुए उनका निराकरण आपके सहयोग से समय पर करा सकूं। मेरे द्वारा सदैव आपके स्वागत के लिए खुल हैं। सभी लोग, सभी वर्ग, सभी क्षेत्रों में जाति-धर्म के विचार से ऊपर उठकर सामाजिक उत्थान के लिए मिलजुलकर कार्य करें।
पुष्कर सिंह धामी का नाम सीएम पद की दौड़ में था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई है। ऊधमसिंहनगर जिले की खटीमा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार से विधायक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी माने जाने वाले धामी भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष समेत पार्टी में अन्य पदों पर कार्य कर चुके हैं और युवाओं में उनकी पकड़ को बेहतर माना जाता है।
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