Rain wreaked havoc in Chamoli

Uttarakhand Weather: अप्रैल महीने में भीषण गर्मी के बीच उत्तराखंड में एक बार फिर से मौसम ने करवट ली है। बुधवार 9 अप्रैल को दोपहर बाद कई जिलों में झमाझम बारिश हुई. चमोली जिले के थराली में बुधवार दोपहर बाद अचानक तेज आंधी तूफान के साथ मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी। लगातार 3 घंटे की बारिश से बरसाती गदेरे और नालों में उफान आ गया। थराली देवाल मार्ग कोठी और ऊणी के बीच मलबा आने से बंद हो गया। जबकि मुख्य बाजार थराली में दुकानों के अंदर पानी और मलबा घुसने से छह से अधिक व्यापारियों का सामान बरबाद हो गया। तहसील के ग्वालदम, थराली, डुंग्री, कुलसारी, तलवाड़ी सहित कई गांवों में हुई तेज बारिश से लोग सहम गए।

बारिश से थराली बाजार में बरसाती गदेरे के उफान पर आने से 10 से अधिक वाहन बरसाती मलबे की चपेट में आ गए। जबकि छह से अधिक दुकानों में मलबा और पानी घुस गया। सूचना पर पहुंची तहसील प्रशासन की टीम ने किसी तरह वाहनों को मलबे से निकाला। वहीं देवाल मोटर मार्ग कोठी और ऊणी में मलबा आने से बंद हो गया।

वहीं, थराली, केदारबगड़, राड़ीबगड़ सहित बाजारों में पानी भर गया। बारिश से कई घरों में भी पानी घुसा। तेज बारिश से त्रिकोट और भेंटा गदेरा उफान पर आ गया। वहीं थराली और गैरसैंण में ओलावृष्टि हुई। गैरसैंण के दिवालीखाल, भराड़ीसैंण, महरगांव, रामड़ा मल्ला, कुंजापानी आदि ऊंचाई वाले इलाकों में तेज बारिश हुई। किसान सुरेंद्र खत्री, सुरेश सिरस्वाल ने कहा कि माल्टा ,आडू, सरसों की फसलों को ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।

वहीं नारायणबगड़ और आदिबदरी में भी बारिश हुई। देवाल के कोठी गांव के कोठी के भुवन चंद्र, पूर्व बीडीसी मेंबर सीमा बिष्ट, पुष्कर बिष्ट ने बताया कि ओलावृष्टि से कोठी, नंदकेशरी, ऊणी व आसपास के गांवों में कद्दू, लौकी, मिर्च आदि सभी सब्जियों की फसलों को नुकसान पहुंचा है।

जिला प्रशासन और एसडीआरएफ-बचाव दल भी एक्टिव

जिले में बारिश और ओलावृष्टि के बाद पुलिस-प्रशासन भी एक्टिव मोड पर आ गया। राहत व बचाव दल को सतर्क रहने की सख्त हिदायत दी गई है। बारिश की वजह से हुए नुकसान का आंकलन भी किया जा रहा है।

तहसीलदार थराली अक्षय पंकज ने बताया कि जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। बताया कि थराली बाजार में हुए नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है इसकी रिपोर्ट शीघ्र ही उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।

10 अप्रैल से उत्तराखंड का यह है मौसम पूर्वानुमान

उत्तराखंड के मौसम पूर्वानुमान में बड़ा अपडेट सामने आया है। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है।

देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर, पौड़ी, चंपावत, पौड़ी और नैनीताल आदि जिलों में इसका प्रभाव अधिक रहेगा। मौसम विभाग की बात मानें तो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के एक्टिव होने की वजह से प्रदेश के कई जिलों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, और उत्तरकाशी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ जिलों में बहुत हल्की बारिश होने की संभावना रहेगी।

उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी है। सिंह ने अनुसार, 9 से 12 अप्रैल तक चार दिन हल्की बारिश की संभावना है।

अल्मोड़ा में आंधी-तूफान के साथ हुई ओलावृष्टि

अल्मोड़ा व आसपास के क्षेत्रों में बुधवार शाम मौसम का मिजाज बदला। तेज हवाओं, गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बुधवार को नगर व आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही हल्के बादल छाए हुए थे। शाम के मौसम अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में घने बादल छाने लगे।

आसमान में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने लगी। कुछ ही देर में आसमान से ओले भी बरसने लगे। शाम के समय बाजार व अन्य जगहों पर काफी संख्या में लोग आए हुए थे, लेकिन अचानक मौसम में बदलाव से चारों ओर अफरातफरी मच गई। ओलावृष्टि और आंधी तूफान के कारण बाजारों व अन्य जगहों पर आए लोगों को दिक्कतों से जूझना पड़ा।

लोगों ने ओलावृष्टि से बचने के लिए दुकानों आदि की शरण ली। वहीं, ओलावृष्टि और आंधी तूफान से नगर की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी। वहीं, उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी शोपीस बनकर रह गए।

चौखुटिया में भी बरसे ओले

चौखुटिया। क्षेत्र में बुधवार को दोपहर बाद आसमान में बादल छाने लगे और तेज हवाएं चलने लगी। तेज हवाओं के साथ ओले भी बरसे। घने बादल छाने से शाम के समय ही नगर में अंधेरा छा गया। वहीं, ओले गिरने से गेहूं, आलू, लहसुन आदि की फसल को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई जा रही है।