श्रीनगर गढ़वाल: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर व लेखिका डॉ. कविता भट्ट को आचार्य रामचंद्र शुक्ल आलोचना पुरस्कार से नवाजा गया है। डॉ. कविता भट्ट को यह सम्मान मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा राजधानी भोपाल में 25 जुलाई को अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित भव्य अलंकरण समारोह में दिया गया है।
शैलपुत्री के नाम से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखिका, प्रखर वक्ता एवं कवयित्री डॉ. कविता भट्ट को उनकी कृति ‘भारतीय संस्कृति में जीवन मूल्य’ के लिए आचार्य रामचंद्र शुक्ल आलोचना पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्हें एक लाख रूपये की धनराशि के साथ ही शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति से अलंकृत किया गया। कार्यक्रम में देश के जाने माने लेखकों-साहित्यकारों को भी उनकी महत्तवपूर्ण कृतियों के लिए पुरस्कृत किया गया।
अलंकरण समारोह मध्य प्रदेश सरकार में संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर की अध्यक्षता, प्रख्यात अभिनेता और साहित्यकार आशुतोष राणा के मुख्य आतिथ्य, अदिति कुमार त्रिपाठी, संस्कृति सचिव, डॉ विकास दवे, निदेशक, साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के मुख्य संयोजन में संपन्न हुआ।
गौरतलब है कि डॉ कविता भट्ट करीब 25 वर्षों से निरंतर लेखन को समर्पित हैं। उन्हें पूर्व में भी अनेक अन्तरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। डॉ. भट्ट हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल (केन्द्रीय) विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल के दर्शनशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सेवारत हैं. उनकी इस उपलब्धि पर गढ़वाल विश्वविद्यालय समेत समस्त प्रदेश वासियों, साहित्य जगत और व्यापक स्तर पर उनके पाठकों प्रशंसकों में प्रसन्नता की लहर है। डॉ. भट्ट ने इस पुरस्कार के लिए अकादमी के निदेशक, निर्णायक मंडल तथा अकादमी और संस्कृति मंत्रालय का आभार व्यक्त किया।