Victoria Cross Darban Singh Negi

श्रीनगर गढ़वाल। विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित स्व. दरबान सिंह नेगी की 72 वीं पुण्यतिथि पर गंगा आरती समिति एवं पर्वतीय विकास शोध केंद्र की ओर से उनकी स्मृति में श्रद्वांजलि सभा एवं व्याख्यानमाला आयोजित की गयी। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए याद किया। व्याख्यानमाला के दौरान वक्ताओं ने कहा कि 1914 में स्वर्गीय दरबान सिंह नेगी ने सम्राट पंचम से ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन की मांग की थी। इस पर सहमति जताते हुए 1918 से 1924 तक रेलवे लाइन बिछाने का सर्वे भी अंग्रेजों द्वारा किया गया। वक्ताओं ने कहा कि आज हमें प्रसन्नता है कि उनका सपना अब पूरा हो रहा है और रेलवे का निर्माण कार्य काफी प्रगति पर चल रहा है।

इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अजय कुमार खंडूरी ने कहा कि स्व. दरबान सिंह नेगी के व्यक्तित्व के बारे में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। वहीँ गंगा आरती समिति के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का नाम विक्टोरिया क्रॉस स्व. दरबान सिंह नेगी के नाम पर किया जाना चाहिए। पर्वतीय विकास केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद अरोड़ा ने कहा कि यह स्वर्गीय दरबान सिंह नेगी की दूरदर्शिता ही थी कि उनकी पहल पर अंग्रेजों ने 1918 में अंग्रेजी स्कूलों की स्थापना कराई गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गढ़वाल विवि के पत्रकारिता विभाग के पूर्व निदेशक प्रो. आशाराम डंगवाल द्वारा की गई। कार्यक्रम में व्यापार सभा के अध्यक्ष दिनेश असवाल, बीपी बहुगुणा, धनेश उनियाल, अर्जुन सिंह गुसाईं, जयकृत सिंह कंडारी, डीपी जोशी, एसपी घिल्ड़ियाल, गबर सिंह भंडारी, वेदव्रत शर्मा, बसंती गैरोला, पवित्रा नौटियाल, पुष्पा कंडारी, अंजू नेगी, आशा नेगी, राजेश्वरी जोशी, नीता कोठियाल, प्रभा, यशोदा खंडूरी, सत्य काला, सरला पंवार, बिमला बलूनी, सीमा लखेड़ा, बबली, रुचि, जयप्रकाश आदि मौजूद थे।