Road has not reached in Pitha villag, kaljikhal block since independence

सतपुली : भारत सरकार द्वारा गांव-गांव तक सड़क पहुचाने का हर सम्भव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना मेरी सड़क मेरा गांव को विकासखंड कल्जीखाल की ग्राम सभा चोपड़ा के पीथा गांव दरकिनार कर रहा है. विकासखंड कल्जीखाल के अंतर्गत आने वाले अनुसूचित गांव पीथा के लोग आजादी के बाद से अब तक सड़क की राह देख रहे है। पीथा गांव मुख्य सड़क से तीन किलोमीटर है. यहाँ पर अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं। गांव की आबादी लगभग तीन सौ है। यहाँ के ग्रामीणों ने इस गांव को राजस्व ग्राम के लिए भी कई बार पत्राचार किया लेकिन ग्रामीणों की उम्मीदें धरी की धरी रह गयी।

पीथा गांव के ग्रामीण व सामाजिक कार्यकर्ता धर्मेन्द्र सिंह का कहना है हमने ग्रामीण पिछले कई सालों से विधायक व अन्य जन प्रतिनिधियों से सड़क व राजस्व ग्राम के लिए गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई उम्मीद की रोशनी तक नही दिखी। उनका कहना है कि गांव में सड़क न होम से कई बार बीमार व्यक्ति को मुख्य सड़क तक ले जाने में देर हो जाती है, जिससे कि अस्पताल देर में पहुँचने से कई लोगो की जान भी जा चुकी है। अगर हमारे गांव में सड़क नही पहुँचेगी तो आने वाले चुनावों में हमारे गांव का कोई भी ग्रामीण वोट नही करेगा।

जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल का कहना है कि ग्रामीणों के साथ में कई बार प्रान्तीय निर्माण खण्ड पौडी में गया, लेकिन आश्वासन के अलावा गांव को कुछ भी हासिल नही हुआ।

वहीँ पौडी विधायक मुकेश कोली ने कहा कि अनुसूचित गांव पीथा को सड़क से जोड़ने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। इस वर्ष पीथा गांव सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। पीडब्लूडी एक्शन अरुण कुमार पाण्डेय का कहना है कि गांव में सकड़ जाने के लिए फाइल शासन में लंबित है। शासन से स्वीकृति मिलते ही सड़क का कार्य शुरू कर दिया जायेगा।

मनीष खुगशाल स्वतन्त्र