देहरादून : उत्तराखंड में आज से रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो गया है। कोरोना महामारी के कारण देशभर में किये गए लॉकडाउन के चलते लम्बे समय से बंद पड़ी उत्तराखंड रोडवेज बस सेवा आज आखिरकार 94 दिन बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ फिर से शुरू हो गई है। हालाँकि फिलहाल कोरोना संकट काल तक यात्रियों को बसों में सफ़र करना महंगा पड़ेगा, बतादें कि राज्य सरकार ने हाल ही में बसों का किराया दो गुना कर दिया है। उत्तराखंड में आज से देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, कोटद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, टनकपुर समेत लगभग सभी डिपो से करीब 92 रूट पर बढ़े हुए किराये के साथ रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो गया है। इससे पहले कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी डिपो परिसर को अच्छी तरह से सैनिटाइज करवा गया। आज बसों को रवाना होने से पहले सैनिटाइज किया गया। यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की गई। आज कोटद्वार डिप्पो से भी पौड़ी, लैंसडाउन, धुमाकोट सहित कुल 6 रूटों पर रोडवेज की बस चलनी शुरू हो गई है। हालाँकि आज बसों में सवारियों का टोटा रहा। पौड़ी के लिए केवल 5 से 6 सवारी ही मिले।
राजधानी देहरादून से पहली बस 6 यात्रियों के साथ ऋषिकेश के लिए रवाना हुई। आज पहले दिन यात्रियों का टोटा रहा। नई गाइडलाइन के तहत ऋषिकेश डिपो से गुरुवार से परिवहन निगम की 15 बस सेवा शुरू की गई है। सुबह 9 बजे तक रुड़की, उत्तरकाशी, पौड़ी और गोपेश्वर के लिए यहां से एक-एक बस सेवा रवाना की गई है। शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए 50 प्रतिशत सवारी संख्या पर बसों का संचालन होना है। तीन सीट वाली लाइन में 02 सवारियां ही बैठेंगी जबकि दो सीट वाली लाइन में 01 सवारी को बैठने की ही इजाजत है।