पौड़ी: हाल ही में संपन्न हुए उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में युवा प्रतिनिधियों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। इसी क्रम में बीरोंखाल ब्लॉक के खितोटिया ग्राम पंचायत से कुमारी संगीता रावत ने मात्र 21 वर्ष की उम्र में ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। संगीता पौड़ी गढ़वाल की सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बन गई हैं।

संगीता रावत, पट्टी खाटली के ग्राम खितोटिया निवासी कुलदीप सिंह रावत ‘कुक्की’ की सुपुत्री हैं। उनके पिता एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जबकि माता देवेश्वरी रावत एक गृहिणी हैं। संगीता अपने माता-पिता की पहली संतान हैं और उन्होंने अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हुए क्षेत्र की जनता का विश्वास जीता है।

शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो संगीता ने प्राथमिक शिक्षा खितोटिया के प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने जनता इंटर कॉलेज, ग्वीनखाल से इंटरमीडिएट, आईटीआई सल्ट महादेव से तकनीकी शिक्षा, और गढ़वाल विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है।

ग्राम प्रधान के रूप में संगीता रावत का चुनाव क्षेत्र में महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। ग्रामीणों ने उनके नेतृत्व से नई उम्मीदें जोड़ ली हैं। संगीता का कहना है कि वह क्षेत्र के विकास, स्वच्छता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य करेंगी।

संगीता ने कहा, “यह मेरे लिए सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि लोगों की उम्मीदों का सम्मान है। मैं हर वर्ग की भलाई के लिए पूरी निष्ठा से काम करूंगी।”

उनकी यह उपलब्धि यह सिद्ध करती है कि अगर लगन और संकल्प मजबूत हो, तो उम्र कोई बाधा नहीं बन सकती। ग्राम खितोटिया और सम्पूर्ण बीरोंखाल ब्लॉक को संगीता रावत से काफी उम्मीदें हैं।