संस्कृत विश्व की एकमात्र वैज्ञानिक भाषा है जिसमें जो भी बोला जाता है वही लिखा जाता है। इसलिए विश्व की 350 भाषाओं पर हुए शोध के बाद बोलते हुए कंप्यूटर के लिए संस्कृत को सबसे उपयुक्त भाषा माना गया है। उक्त विचार प्रथम गवर्नर अवार्डेड प्रवक्ता एवं संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं के संयोजक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ऋषिकेश में बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने की संकल्पना तब ही साकार हो सकती है जब पूरा देश संस्कृत को पूर्ण रूप से पुनः आत्मसात कर लेगा क्योंकि विश्व के किसी भी भाषा में इतना बड़ा शब्दकोश नहीं है जितना संस्कृत में है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में डॉक्टर घिल्डियाल ने राज्य स्तरीय संस्कृत छात्र प्रतियोगिताओं में विद्यालय की छात्राओं द्वारा कनिष्ठ वर्ग समूह गान में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें ₹ 8000 की नगद धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने विद्यालय की प्रधानाचार्य रचना अग्रवाल एवं संगीत शिक्षिका उमा पाटनी एवं उर्मिला सहित सभी शिक्षिकाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
विद्यालय में पहुंचने पर विद्यालय की प्रधानाचार्य रचना अग्रवाल ने डॉ. घिल्डियाल का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से संस्कृत प्रतियोगिताओं में राज्य स्तर पर विद्यालय को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने अपेक्षा की कि डॉक्टर घिल्डियाल के नेतृत्व में संस्कृत भाषा के धरोहर के रूप में ज्योतिष वेद और पुराण अपनी प्राचीन प्रतिष्ठा को प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं द्वारा राष्ट्रभक्ति के गीत सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई। इसके अलावा विश्व के लिए भयावह बन रहे मधुमेह रोग पर कार्यशाला भी आयोजित की गई। सम्मानित होने वाली छात्राओं में पारुल, वंदना, सोनिया कौर, पूजा भट्ट, ज्योति सहित विद्यालय की सभी शिक्षिकाएं शामिल थी।