आज बात करेंगे मसूरी से करीब 10 किलोमीटर दूरी स्थित कैम्पटी फॉल की। जो भी पर्यटक मसूरी आता है उसमें से अधिकांश कैम्पटी जाना पसंद करते हैं। इसका कारण है यहां पर स्थित झरना (फॉल) है जो सैलानियों को आकर्षित करता रहा है। झरने के अलावा भी यहां बच्चों के लिए बहुत कुछ है। लेकिन इन दिनों कैम्पटी का झरना पूरे उफान पर है। बता दें कि पिछले कई दिनों से उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं तो फिर झरनों में भी कुदरत का खौफनाक मंजर दिख रहा है।
देहरादून के कुछ दूर मसूरी के फेमस टूरिस्ट पॉइंट कैम्पटी फॉल का जलस्तर काफी बढ़ गया है। बारिश के चलते कैम्पटी फॉल का पानी उफनाया हुआ है। आलम यह है कि कैम्पटी फॉल समेत पूरे मसूरी में सन्नाटा है। जबकि बारिश से कुछ दिन पहले तक यहाँ पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ी थी। हाल ही में यहां का एक वीडियो वायरल हुआ था जब कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करते हुए लोग कैम्पटी फॉल में नहाने का लुत्फ उठा रहे थे।
उत्तराखंड के लोगों को अभी बारिश से राहत की उम्मीद नहीं दिख रही है। बारिश की वजह से उत्तराखंड के अधिकांश जिलों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 5 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राजधानी देहरादून के अलावा उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते भूस्खलन के कारण मलबा आने से तीन नेशनल हाईवे सहित करीब 300 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। जिन्हें खोलने के लिए लगातार काम जारा है।