स्वास्थ्य-शिक्षा,पलायन,रोजगार,पर्यावरण,जल संरक्षण और दिव्यांगजनों की सेवा के लिए समर्पित हंस फाउंडेशन ने पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्र में चल रहे महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी के छात्र-छात्राओं की शिक्षा की बेहतरी के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी के स्कूली बच्चों को स्कूल आवागमन के लिए स्कूल बसे भेंट की है।
हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत एवं समाजसेवी माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के आशीष से इस स्कूल बस को योगी आदित्यनाथ के पिताजी आनंद बिष्ट ने देहरादून से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर आनंद बिष्ट ने कहा कि देश के लोगों के लिए यह बहुत ही सौभाग्य की बात हैं कि माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी जैसे संत पुरुष हमारे समाज में मौजूद है। जो अपनी धार्मिक गतिविधियों से हमारे देश का सम्मान तो बढ़ा ही रहे है। साथ ही समाज सेवा के माध्यम से देश में प्रतिदिन नहीं सोच के साथ कई उपलब्धियां हासिल भी कर रहे है।
श्री बिष्ट ने कहा की हंस फाउंडेशन के कार्यों के बारे में निरंतर जानकारी मिलती रहती है। मैं स्वयम् माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी के द्वारा आयोजित कई कार्यक्रमों में शिरकत करता हूं। निश्चित तौर पर जिस सेवा मार्ग पर माता मंगला जी-भोले जी महाराज जी चल रहे है। सही अर्थों में यही सेवा का परम धर्म है।
हंस फाउंडेशन द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी को स्कूल बस भेंट करने पर महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों ने माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी का आभार व्यक्त किया।
आपको बता दें कि हंस फाउंडेशन एवं हंस कल्चर सेंटर के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज स्कूली छात्राओं के सुरक्षित भविष्य निर्माण की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं। इस कड़ी में माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी की प्रेरणा से उत्तराखंड के दूर-दराज के इलाकों में चल रहे स्कूलों में पिछले दिनों मातृ छाया योजना की शुरुआत भी की गई है। माताश्री मंगला जी देश में बिटियों के सुरक्षित भविष्य निर्माण की दिशा में कई योजनाओं पर काम कर रही है। पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में चल रहे स्कूल के छात्र-छात्राओं के स्कूल आवागमन के लिए माता जी द्वारा निरंतर स्कूल बसें प्रदान की जा रही है। ताकि बच्चे शिक्षका ग्रहण कर सुरक्षित अपने घरों को लौटे और भविष्य में देश के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।