कल्जीखाल : जनपद पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक की ग्राम पंचायत धौड़ा के प्राथमिक विद्यालय में बने क्वारंटाइन में सुविधाओं के अभाव में प्रवासियों का क्वारंटाइन सेंटर छोड़कर अपने घर पर लौटने की घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जैसा कि बताया गया था कि घटना के दिन सहायक नोडल अधिकारी क्वारंटाइन सेंटर से अनुपस्थित थे। एसडीएम के आदेश पर तहसील प्रशासन द्वारा किये गए स्थलीय निरीक्षण के दौरान भी सहायक नोडल अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद नही पाया गया। इस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखकर उक्त सहायक नोडल अधिकारी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। एसडीएम द्वारा जारी नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि उक्त सहायक नोडल अधिकारी द्वारा दिए गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं रहा तो पुलिस प्रशासन आपदा प्रबंधन की धाराओं के तहत आगे की कार्रवाई करेगा।
बतादें कि बीते 15 जुलाई को चंडीगड़ से एक परिवार के 2 लोग गांव लौटे। जिन्हें ग्राम प्रधान धौड़ा कुमारी नीलम द्वारा शासन के आदेशों के अनुसार 15 जुलाई को ही गाँव के प्राथिमक विद्यालय में क्वारंटाइन करवाया गया। लेकिन विद्यालय में विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर अगले ही दिन 16 जुलाई को वे लोग बिना बताए क्वारंटाइन स्थल को छोड़कर गांव में अपने घर आ गए। जिसके बाद गांव के कुछ लोग हाल ही में कल्जीखाल ब्लॉक के बिष्ट बूंगा गाँव में क्वारंटाइन स्थल को छोड़कर गांव में लौटे प्रवासियों के कोरोना पॉजिटिव निकल जाने की घटना का हवाला देते हुए ग्राम प्रधान पर उनके खिलाफ उचित कार्यवाही के लिए दबाव बनाने लगे। जिसके बाद ग्राम प्रधान नीलम ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए देर रात एसडीएम को शिकयत कर दी। शिकयत को तत्काल गम्भीरता से लेते एसडीएम सदर पौडी श्याम सिंह राणा ने तहसीलदार हरिमोहन खण्डूरी, कानूनगो हरीशचन्द्र पांडे के अलावा खण्ड विकास अधिकारी महाबीर सिंह, ग्राम पंचायत एवं नोडल अधिकारी प्रमोद रावत, क्षेत्रीय पटवारी भुनेश फड़ियार को धौड़ा गांव भेजा। और प्रवासी मां बेटा को राजकीय इंटर कॉलेज साकिनखेत में सभी जरुरी सुविधायें उपलब्ध कराकर क्वारंटाइन करवाया गया।
जगमोहन डांगी