•  पोषण किट वितरित, ‘निक्षय मित्र’ बनने का किया आह्वान

श्रीनगर। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत बेस अस्पताल सभागार में शनिवार को एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश और क्षेत्र को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना और चिकित्सकों ने मिलकर टीबी मरीजों को पोषण किट वितरित कीं।

गोष्ठी में प्राचार्य आशुतोष सयाना ने कहा कि टीबी उन्मूलन में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता जरूरी है। प्रदेश को इस वर्ष टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो केवल लक्ष्य नहीं बल्कि संकल्प है। उन्होंने कहा कि अस्पताल का हर चिकित्सक “निक्षय मित्र” बनकर किसी न किसी मरीज को गोद ले और उनके पोषण, इलाज एवं देखभाल की जिम्मेदारी निभाए। कहा कि आप सभी आगे आएं, ‘निक्षय मित्र’ बनें और अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाए। प्राचार्य ने कहा कि टीबी मुक्त राज्य बनाने के लिए बहुविभागीय समन्वय की आवश्यकता है। प्रदेश के माननीय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत जी के सतत प्रयासों से उत्तराखंड को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश रावत, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सतीश कुमार, सर्जरी विभाग के डॉ. धनंजय डोभाल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकिता गिरी, मनोरोग विभाग से डॉ. पार्थ दत्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टीबी उन्मूलन में सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉ. सुरेंद्र सिंह नेगी ने किया।

रेस्पिरेटरी विभाग की पहल

बेस अस्पताल के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. विक्की बख्सी ने बताया कि अस्पताल में आने वाले प्रत्येक मरीज की टीबी जांच की जाती है। मरीजों को समुचित इलाज और सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। यदि किसी को कोई समस्या है तो वह निसंकोच अस्पताल में आकर डॉक्टरी परामर्श और जांच करा सकता है।