हिन्दी,पँजाबी के जाने माने कलाकार, निर्माता निर्देशक नरेश कुमार उर्फ बबलू चोपड़ा इन दिनों उत्तराखंड भ्रमण पर आये हैं। यहाँ उन्होंने सर्वप्रथम केदारनाथ बदरीनाथ के दर्शन किए। यहां की अद्भुत प्राकृतिक सुन्दरता से वे बडे प्रभावित हुए। उन्होंने कहा-जो सकुन और शान्ति उत्तराखंड राज्य मे है। वह अन्यत्र कहीं नही है। यहाँ की आध्यात्मिक सुन्दरता भी अपने आप मे निराली है। यहाँ के पहाड़ वृक्षों से आच्छादित चारोँ ओर सुरम्य हरियाली की खुशबू मानव के चैतन्य मन को ऊर्जा के सँचार से भर.देती है।
केदारनाथ बदरीनाथ के दर्शन करने के बाद उन्होंने माँ काली उपासक तथा प्रेरणा दायिनी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर तथा विभिन्न राष्ट्रीय सम्मानोपाधियोँ से सम्मानित डा अखिलेश चन्द्र चमोला से मुलाकात करके माँ काली का भी आशीर्वाद लिया। डा चमोला ने पुष्प गुच्छ ,माला तथा शाँल ओडाकर उनका भव्य स्वागत करते हुए, उन्हेँ आशीर्वाद भी दिया। उन्होंने चमोला के धर्म, अध्यात्म, तथा भावी पीढ़ी के सन्दर्भ मेँ किए जाने वाले कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में प्रेरणा दायिनी साहित्य की नितांत आवश्यकता है। यह आम.जन मानस के लिए रामबाण औषधि है। चमोला द्वारा नशा उन्मूलन के क्षेत्र मे हमारा प्रयास नशा मुक्त खुशहाल उत्तराखंड उत्कृष्ट मुहिम है। अपने महत्वपूर्ण कार्यों से चमोला ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। ये हम सब के गौरव हैं। इन्होंने चमोला के जनहित कार्य क्रमों में अपने स्तर से हर प्रकार के सहयोग करने की भी बात कही। श्रीनगर के प्रसिद्ध समाजसेवी गबर सिंह भंडारी ने भी उनका भव्य स्वागत करते हुए भविष्य में उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश के स्थानीय कलाकारों को महत्व देकर धारावाहिक बनाने की अपील की। इस मौके पर पंजाब पटियाला के जाने पहचाने समाजसेवी तेजेन्द्र सिंह बल्ला भी मौजूद रहे।