श्रीनगर गढ़वाल : उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में अस्थाई तौर पर चल रही एनआईटी के लिए संघर्षरत समाजसेवी मोहन काला ने अपने गांव सुमाड़ी वासियों से अपील की है कि वह सुमाड़ी में एनआईटी को स्थापित करने के लिए उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चले। इसके लिए मोहन काला ने एक संदेश दिया है।
जिसमें काला जी ने कहा कि एनआईटी को लेकर मेरे मन में आप सब की सहभागिता से उत्साह है। क्योंकि यह विषय हमारे एवं हमारी आने वाली पीढ़ी के साथ-साथ समस्त क्षेत्रवासियों के उज्ज्वल भविष्य को बहुत बहुत आगे लेकर जा सकता है। यही कारण है कि मैं इस मामले को नैनीताल हाईकोर्ट तक लेकर गया और यह हम सब के लिए सौभाग्य की बात है कि इसमें हम सब की जीत हुई है। जिसका नतीजा है कि एनआईटी श्रीनगर में सुरक्षित है और एनआईटी सुमाड़ी में बनने की प्रबल सम्भावनाएं भी।
मैं आप सभी से निवेदन करना चाहता हूं कि अभी एनआईटी का मामला आईआईटी रूड़की को सौंप दिया गया है और आईआईटी रूड़की को अब यह भी देखना है कि जो जमीन वर्तमान में एनआईटी के लिए प्रस्तावित है वह ज़मीन सही है कि नहीं और फिर तीन महीने के भीतर डीपीआर (Detailed Project Report) कोर्ट को भेजी जाएगी। यह आदेश हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को दिया है।
मेरी कोशिश है कि जब भी आईआईटी रूड़की जमीन को देखें या डीपीआर बनाए तो आईआईटी रूड़की हमें अपने साथ लेकर काम करें। मुझे यहाँ गाँव वालों के मदद की सख़्त ज़रूरत है क्योंकि हो सकता हैं कि एनआईटी के लिए जगह कम पड़े या फिर आईआईटी रूड़की एनआईटी के लिए और जगह मांगे। क्योंकि खण्डा से जब ऊपर की तरफ़ आते हैं तो वह जगह जो एनआईटी को दी है वह सही नहीं है और एनआईटी अधिकारी उसी जगह को हाईकोर्ट को दिखाकर एनआईटी सुमाड़ी में बने इस कोशिश में लगे हैं। पर मैंने जो वीडियो कोर्ट में दिया है वह बहुत प्रभावशाली साबित हुआ है। इस वीडियो में एनआईटी के लिए जो सही ज़मीन है वही दिखायी गयी है।
फिर भी हो सकता है एनआईटी के लिये ज़मीन कम पड़े। इन हालातों में अगर उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं कन्या विद्यालय की जमीन की मांग एनआईटी या आईआईटी रूड़की वाले करे तो ऐसे में हम कॉलेज और स्कूल के लिए एनआईटी वालों को कह कर अलग जगह कॉलेज एवं स्कूल बना सकते हैं जो एनआईटी या राज्य सरकार बनाएगी। जो एक बेहतर कॉलेज और स्कूल होगा। वैसे भी मेरा अनुमान है कि एनआईटी आने के बाद कई माडर्न स्कूल सुमाड़ी और आसपास पास में खुलेंगे।
अतः मैं इस मसले पर गाँव वालों की राय जानना चाहता हूं। साथ ही करबद्ध निवेदन करना चाहूंगा कि अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए हम सब एक जुट एक मुट होकर एनआईटी के सुमाड़ी में निर्माण के लिए आगे बढ़े।