Srinagar News : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर श्रीनगर में आज हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। शनिवार देर शाम छात्र संघ के पदाधिकारी पेट्रोल की बोतलों को लेकर डीएसडब्ल्यू बिल्डिंग की छत पर चढ़ गए। और विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देने लगे। छात्रों को मनाने के लिए मौके पर विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों सहित भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। विश्वविद्यालय अधिकारियों के समझाने पर भी छात्रों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी। इस दौरान छात्र नेता विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। इसी बीच छात्रों ने छत पर जाने वाले रास्ते में लगी ग्रिलों में ताले लगा दिए। ताकि कोई भी अधिकारी उन्हें जबरन नीचे न उतार पाए।
छात्र नेताओं का आरोप है कि वार्षिकोत्सव को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन अपने मनमाने तौर पर कार्यक्रमों का करवा रहा है। छात्र नेताओं का कहना है कि इस मामले को लेकर छात्र संघ पदाधिकारियों के वार्ता किए बिना ही कार्यक्रम का स्थान चयनित कर रूपरेखा तैयार की गई है। उन्होने कहा कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वार्षिकोत्सव को छात्रों की मांग के अनुरूप नहीं करवा तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। शनिवार को छात्र संघ पदाधिकारियों ने अपने आप को पेट्रोल की बोतल के साथ डीएसडब्ल्यू बिल्डिग में बंद कर दिया।
इस दौरान छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी, उपाध्यक्ष रॉबिन सिंह, सचिव सम्रांट राणा, कोषाध्यक्ष ने कहा कि हर साल गढ़वाल विश्वविद्यालय की अंतर महाविद्यालय एवं अंतर संकाय शैक्षिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं बिड़ला परिसर श्रीनगर में आयोजित की जाती थी, लेकिन इस वर्ष अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिताएं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बादशाहीथौल टिहरी परिसर में करवाई जा रही है। उन्होने कहा कि छात्र संघ से वार्ता किए बिना ही वार्षिकोत्सव की रूपरेखा और स्थान चयनीत किया गया। जो कि छात्र संघ की अवेहलना है। जिसका छात्र संघ पूर जोर विरोध करता है। इस दौरान छात्रों को समझाने पहुंचे नियंता मंडल और डीएसडब्ल्यू बोर्ड की छात्रों ने एक न सुनी और अपनी मांग पर अडे रहें। छात्र नेताओं ने कहा कि जब तक वार्षिकोत्सव पूर्व की भांति बिड़ला परिसर श्रीनगर में नहीं होता आंदोलन जारी रहेंगा।
विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी कहा कि छात्र संघ के पदाधिकारी सुबह 11 बजे से अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे। लेकिन उनकी किसी ने भी नहीं सुनी। जिससे मजबूर होकर छात्रों को ये कदम उठाना पड़ा। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गयी तो छात्र संघ के पदाधिकारी अनुचित कदम उठाने को मजबूर होंगे। वहीं, छात्र संघ उपाध्यक्ष रोबिन असवाल ने कहा जब तक विश्वविद्यालय के अधिकारी उनकी मांगें नहीं मान लेते, तब छात्र संघ के समस्त पदाधिकारी अपने को बंद ही रखेंगे।