पौडी : बीजीआर परिसर पौडी में छात्र-छात्राओं के द्वारा एमएचआरडी के द्वारा कराए जा रहे फाइनल ईयर की परीक्षा के विरोध में एमएचआरडी की सद्बुद्धि यज्ञ किया गया। प्रदेश सचिव एनएसयूआई मोहित सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना महामारी से संक्रमित मामलों की तादाद बढ़ती जा रही है ऐसे में फाइनल ईयर के छात्रो की परीक्षा कराना छात्रों को मौत के मुह में डालने के समान है। परीक्षा के समय अगर कोई छात्र संक्रमित पाया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? ये भी एमएचआरडी को तय करना चाहिए। क्योंकि देश के कोने कोने से छात्र परीक्षा देने आएंगे। जिसमे विश्विद्यालय के द्वारा अभी तक कोई भी ऐसी व्यवस्था नही की गई है, जिससे छात्रो को कोरोना संक्रमित होने से रोका जा सके। यहाँ तक कि क्वारनटाईन करने की व्यवस्था भी नही है। ऐसे में संक्रमण फैलने की सम्भावना और अधिक बढ़ गयी है। ऐसे आज एमएचआरडी के द्वारा आज छात्रों के जीवन से ज्यादा जरूरी परीक्षा कराना हो गया है। इसको लेकर सद्बुद्धि यज्ञ किया गया। जिसमे छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष नेगी व पूर्व कोषाध्यक्ष अंकित सुंदरियाल ने कहा भगवान एमएचआरडी को सद्बुद्धि प्रदान करे और छात्रो की अंतिम वर्ष की परीक्षा रद्द की जाए उन्हें भी प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को जिस प्रकार प्रमोट किया गया उसी प्रकार से फाइनल ईयर के छात्रों को भी अगली कक्षा में प्रमोट किया जाय। जिससे सभी छात्र सुरक्षित हो सके। यज्ञ में प्रदेश सचिव एनएसयूआई मोहित सिंह, छात्रसंघ सचिव गोपाल नेगी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष नेगी, पूर्व कोषाध्यक्ष अंकित सुंदरियाल, आकाश रावत, दीपक नौटियाल, राहुल नेगी, अमन नेगी प्रियांश, खुसी रावत आदि रहे।