ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में कैंसर सर्जरी विभाग ने एक 31 वर्षीया महिला की बड़ी आंत के कैंसर की सफलतापूर्वक रोबोटिक सर्जरी की है। जटिल ऑपरेशन के बाद महिला की स्थिति में काफी हद तक सुधार है, रोगी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कैंसर सर्जरी विभाग के चिकित्सकों के अनुसार देवबंद, सहारनपुर निवासी महिला कैंसर की वजह से आंत की रुकावट व मल में लगातार खून बहने से काफी कमजोर हो गई थी। ऑपरेशन के बाद महिला की स्थिति में काफी सुधार है और वह सामान्यतौर से भोजन आदि का सेवन कर रही है। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि संस्थान में मरीजों की सुविधा के लिए रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत फरवरी- 2018 में की गई थी, जिसके तहत बीते लगभग 2 वर्षों में 500 से अधिक विभिन्न रोगों से ग्रसित मरीजों की रोबोटिक विधि से सर्जरी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि रोबोटिक सर्जरी से मरीज के पेट में बड़े निशान नहीं होते, जबकि सामान्य सर्जरी में टांके के निशान इसके मुकाबले अधिक बड़े होते हैं। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रविकांत ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी से मरीज को सामान्य ऑपरेशन के मुकाबले अस्पताल से जल्दी छुट्टी दे दी जाती है और उसके स्वास्थ्य की रिकवरी भी जल्दी होती है। निदेशक एम्स ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का उद्देश्य उत्तराखंड व समीपवर्ती राज्यों की जनता को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जिसके लिए संस्थान के स्तर पर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि अस्पताल में लगातार अत्याधुनिक सुविधाएं जुटाई जा रही हैं, जिससे मरीजों को इसका लाभ मिल सके। संस्थान के कैंसर सर्जरी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी में पेट में छोटे चीरे लगाकर रोबोट की मदद से महिला के पेट से बड़ी आंत के कैंसर को पूरी तरह से निकाला गया। उन्होंने बताया कि अब मरीज सामान्य स्थिति में है, उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि यह विभाग में रोबोटिक विधि से सातवीं सफल सर्जरी थी। डा.पंकज ने बताया कि एम्स अस्पताल में पेट के कैंसर से ग्रसित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।