International-Education-Award-2020

श्रीनगर गढ़वाल : काइट्स क्राफ्ट प्रोडक्सन इन्टरनेशनल फाउन्डेशन द्वारा उत्तराखंड के जनपद पौडी गढवाल के राजकीय इंटर कॉलेज खिर्सू में हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला को इन्टरनेशनल एजुकेशन अवार्ड से सम्मानित किया। कोरोना महामारी के चलते चमोला को यह सम्मान अन्तराष्टीय शैक्षिक संगोष्ठी वर्चुवल द्वारा दिया गया। विदित हो कि काइट्स क्राफ्ट प्रोडक्सन इन्टरनेशनल फाउन्डेशन विश्व की एक बड़ी संस्था है। जो कि हर वर्ष पूरे विश्व के प्रधानाचार्य, प्रोफेसर, समाजसेवी, शिक्षकविदोँ को अपने अकादमिक परिषद द्वारा चयनित करती है। जो भावी पीढी के लिए प्रेरणा दायिनी साहित्य का सृजन करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, क्रियात्मक शोध, पर्यावरणीय शिक्षा, आदि के क्षेत्र में उत्कृष्ट व अनुकरणीय कार्य कर रहेँ हैं। पूरे देश विदेश के 100 शिक्षकोँ की चयनित सूची में उत्तराखंड से शिक्षक अखिलेश चमोला को सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ।

देश विदेश के 100 शिक्षकविदोँ को सम्मानित करते हुए प्रसिद्ध शिक्षकविद पदमश्री से सम्मानित मुख्य अतिथि डाँ0 विजय कुमार शाह ने कहा कि उत्तराखंड से शिक्षा के क्षेत्र में चमोला उत्कृष्ट व अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। 22 वर्षोँ से ग्रामीण आन्चलिक में अध्ययनरत बाल मेधावी छात्रों को अपने निजी खर्चे पर प्रोत्साहित करते हुए सम्मानित करना तथा साथ में उनके मार्गदर्शन हेतु प्रेरणादायी साहित्य का सृजन करके उनमेँ अपनी संस्कृति के बीजरोपित करना, नशे से दूर रहने के लिए उन्हें प्रतिज्ञा दिलाना अनुकरणीय तथा सराहनीय पहल है। सँस्था अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हर वर्ष इस तरह का कार्य करने वाले शिक्षकविदोँ को प्रोत्साहित करने हेतु सम्मानित करती है। चमोला की इस उपलब्धि पर मदनसिँह रावत मुख्य शिक्षा अधिकारी, जनपद पौडी गढवाल ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि अपने उत्कृष्ठ तथा अनुकरणीय कार्योँ से अपने जनपद का नाम अंतर्राष्ट्रीयस्तर पर रोशन करना अपने आप में महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस पुरस्कार से चमोला ने उत्तराखंड के गौरव में वृद्धि की है। इह तरह के पुरस्कारों से अन्य शिक्षकोँ को भी  प्रेरणा मिलती है। उन्होंने शिक्षक चमोला को इस तरह के कीर्तिमान स्थापित करने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। इस तरह की गौरवमय उपलब्धि मिलने पर चमोला ने कहा कि यह पुरस्कार सभी शिक्षकोँ तथा छात्रों का है, जिनकी प्रेरणा से ही ऊर्जा का सँचार पैदा होता है। पुरस्कार की खबर से जनपद पौडी में खुशी की लहर छा गई। चमोला अपने अध्यापन कार्य के साथ ही अतिरिक्त समय में लेखन कार्य भी करते रहते हैं। अभी इनके द्वारा उत्कृष्ट अँक प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव, शैक्षिक नवाचार एवं क्रियात्मक शोध नामक पुस्तक की सराहना देखने को मिल रही है। सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि ये इस पुस्तक को छात्रों को निशुल्क वितरित कर रहे हैं। इनके द्वारा इससे पूर्व नैतिक बोध कथायेँ नामक पुस्तक भी लिखी गई है। भारतीय संस्कृति तथा नैतिक ऊर्जा के आयाम नामक पुस्तक प्रकाशनाधीन है। शिक्षा के क्षेत्र में इन्हें शिक्षा श्री, राज्यपाल पुरस्कार, मुख्यमंत्री सम्मान, आदर्श उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, साहित्य वाचस्पति, विद्या सागर, साहित्य सागर, भारत गौरव रत्न, साहित्य जगत के स्वर्ण स्तम्भ, साहित्य महोपाध्याय, स्वर्ण पदक आदि अनेकोँ सम्मानोपाधियोँ से भी सम्मानित हो चुके हैं। विगत पाँच वर्षोँ से बिक्रम शिला हिन्दी बिद्यापीट गाँधी नगर के विद्वत परिषद् के सदस्य के रूप में मनोनीत हैँ। इनके द्वारा लिखे गये प्रेरक प्रसंग बिभिन्न राष्ट्रीय सँकलनो में प्रकाशित हो चुके हैं।