श्रीनगर गढ़वाल : इतिहास पुरातत्व शोध संस्थान बालाघाट मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित इतिहास पुरातत्व की संगोष्टी मेँ राजकीय इंटर कॉलेज सुमाडी जनपद पौडी गढवाल मेँ हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला को ”उत्तराखंड विभूति” की पदवी से अँलकृत किया गया। पुरातत्व शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. वीरेन्द्र सिंह गहरवार ने चमोला को इस अँलकरण से सम्मानित करते हुये कहा कि अपने अध्यापन कार्य के साथ ही आम जन मानस मेँ भारतीय संस्कृति के बीज रोपित तथा प्रेरणादायिनी साहित्य का सृजन करके राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना अपने आप मेँ उत्कृष्ट मुहिम को दर्शाता है। इस तरह का लेखन कार्य तथा भावी पीढी को संस्कारवान बनाने का कार्य चमोला निरन्तर कई वर्षोँ से कर रहे हैं। इतिहास एवँ पुरातत्व शोध संस्थान का अकादमिक परिषद इस तरह के उत्कृष्ट कार्योँ को करने वालोँ की खोज करके उन्हेँ प्रोत्साहित करके विशिष्ट सम्मानोपाधियोँ से सम्मानित करते हैं। श्री चमोला द्वारा नव प्रेरणा दायिनी साहित्य सृजन अनेक राष्ट्रीय संकलनोँ मेँ भी प्रकाशित किया जा चुका है। साथ ही इनके द्वारा नैतिक बोध कथायेँ, शैक्षिक नवाचार एवँ क्रियात्मक शोध, भारतीय संस्कृति तथा नैतिक ऊर्जा के आयाम, महापुरुषोँ के अनमोल विचार आदि विशिष्ट पुस्तके प्रकाशित की जा चुकी है। शिक्षा के क्षेत्र मे निरन्तर नव अभिनव प्रयोग करने पर उन्हें राज्यपाल पुरस्कार, मुख्यमन्त्री सम्मान, आदर्श उत्कृष्ट सम्मान, राजकीय शिक्षक सम्मान, शिक्षा श्री सम्मान, इन्टरनेशनल ऐजुकेशन अवार्ड आदि अनेकोँ सम्मानो से सम्मानित किया जा चुका है। साहित्य धर्म ज्योतिष, पर्यावरण, नशा उन्ंमूलन, समाज सेवा आदि के विशिष्ट क्षेत्रोँ मे उत्कृष्ट कार्य करने पर राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय संस्थाओ द्वारा 100 से अधिक सम्मानोपाधियों से विभूषित हो चुके हैं। बच्चोँ को नशे से दूर रहने तथा संस्कारो से जोडने के कार्य मेँ भी श्री चमोला का प्रयास सराहनीय है। हमारा प्रयास नशा मुक्त खुशहाल उत्तराखंड की कल्पना को साकार करने के लिये हजारोँ छात्रोँ से कभी नशा न करने का संकल्प पत्र भरवाने के साथ जीवन मेँ कभी नशा न करने की भी प्रतिज्ञा दिलवा चुकै हैं। इतिहास पुरातत्व शोध संस्थान बालाघाट द्वारा इन्हेँ सम्मानित करने के साथ ही बेटी बचाओ, बेटी पढाओ कार्य योजना के अन्तर्गत “बेटी है पूँजी” नामक कविता को भी संस्थान की पत्रिका मेँ प्रकाशित किया। जिसकी राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक अनुशँसा देखने को मिल रही है।