श्रीनगर गढ़वाल : समाज में शिक्षक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। भावी पीढ़ी का सफल निर्माण शिक्षक के द्वारा ही किया जाता है। शिक्षक की सबसे बड़ी पूँजी भावी पीढ़ी ही है। जो भविष्य में राष्ट्र निर्माता के रूप में अपनी पहचान बनाते हैं। इसी तरह से भावी पीढ़ी के सफल मार्गदर्शन के रुप में राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी में हिन्दी अध्यापक अखिलेश चन्द्र चमोला अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। शिक्षक चमोला जहाँ एक ओर भावी पीढ़ी को “हमारा संकल्प नशामुक्त खुशहाल उत्तराखंड” की शपथ दिलाने का काम करते हैं वहीँ ग्रामीण आन्चलिक में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने हेतु अपने निजी व्यय पर सम्मानित करने का कार्य भी करते हैं। इसके अलावा वे उन्हें सुसंस्कृत संस्कार देने के लिए प्रेरणा दायिनी साहित्य का भी निरन्तर सृजन करते रहते हैं। विगत आठ माह के लॉकडाउन की अवधि में अपने ऑनलाइन अध्यापन कार्य करने के साथ ही शिक्षक अखिलेश चमोला ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए “उत्कृष्ट अँक प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव, शैक्षिक नवाचार एवम क्रियात्मक शोध” नामक पुस्तक लिखी। जिसमें छात्रों को आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण सुझावोँ का समावेश किया गया है। पुस्तक प्रकाशित होने पर प्रदेश के शिक्षा मन्त्री अरविन्द पान्डेय, पर्यटन मन्त्री सतपाल महाराज, सांसद अजय भट्ट, विधायक भरत सिंह चौधरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत ने भी पुस्तक की अनुशन्सा करते हुए छात्रों के लिए बहूपयोगी बताया। भावी पीढ़ी के सन्दर्भ में चमोला के समर्पण का आंकलन इस रुप में भी किया जा सकता है कि विद्यालय खुलते ही पुस्तक को शिक्षकोँ व प्रधानाचार्य के माध्यम से निशुल्क वितरित कर रहे हैं। अभी तक 200 से भी अधिक पुस्तकें छात्रों को दे चुके हैँ।

पुस्तक के विषय में वीर माधो सिंह भन्डारी राजकीय बालिका इन्टर कालेज मलेथा में कार्यरत प्रधानाचार्य श्रीमती वरना मेहरा का कहना है कि निस्सन्देह श्री चमोला का प्रयास सराहनीय हैँ। आज की महँगाई के समय में भी बिना किसी की आर्थिक सहायता लिए ही स्वयं निजी खर्चे पर पुस्तक प्रकाशित करके छात्रों को उपलब्ध करवाना महत्वपूर्ण उपलब्धि व उत्कृष्ट मुहिम को दर्शाता है। विद्यालय के छात्रों को पुस्तक वितरित करने पर छात्र उत्साहित होने के साथ ही प्रसन्नचित दिखाई दे रहे हैं। राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुमाड़ी की प्रधानाचार्य श्रीमती मंजू सेमवाल ने कहा कि भावी पीढ़ी के सन्दर्भ में इस तरह का सृजनात्मक कार्य निसंदेह ही अनुकरणीय प्रयास है। राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी के प्रधानाचार्य केएल तिवारी ने कहा कि शिक्षक का उद्देश्य छात्रों को उनके भावी जीवन के लिए तैयार करने की प्रवृत्ति होनी चाहिए। चमोला इस तरह का कार्य बडे ही लगन और निष्ठा के साथ कर रहे हैं। जनता इन्टर कालेज जामणाखाल में कार्यरत हिन्दी अध्यापिका मीरा सेमवाल ने कहा कि श्री चमोला द्वारा लिखी पुस्तक का छात्र बडे उत्साह के साथ अध्ययन कर रहे हैं। पुस्तक में महापुरुषोँ के विचारों को जोड़ने से भावी पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के बीजरोपित होने के साथ ही उनमेँ उत्साह का संचार भी पैदा होगा। इस तरह का कार्य अपने आप में उत्कृष्ट मुहिम है। राजकीय इंटर कॉलेज स्वीत में आँग्ल भाषा के प्रवक्ता तथा शिक्षक संघ के नेता राकेश मोहन कन्डारी ने कहा कि बच्चों की प्रगति के लिए इस तरह का सृजनात्मक कार्य करना अपने आप में महत्वपूर्ण शैक्षिक उपलब्धि को दर्शाता है। प्रशिक्षण संस्थान सेवारत चढीगाँव पौडी गढवाल के वरिष्ठ प्रवक्ता तथा प्रमुख समन्वयक जगमोहन कठैत ने कहा कि चमोला द्वारा लिखित पुस्तक निस्सन्देह महत्वपूर्ण है। शिक्षक चमोला द्वारा छात्रों को पुस्तक का निशुल्क वितरण करना बहुत बड़े समर्पण और भावी पीढ़ी के प्रति आदर्श चिंतन को दर्शाता है।