श्रीनगर गढ़वाल: विज्ञान-गणित शिक्षण के नवाचारी एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित आदर्श शिक्षक स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी की जयन्ती के उपलक्ष्य में ‘आखर ट्रस्ट’ द्वारा रविवार को बिल केदार स्थित नेगी लॉज में शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति व्याख्यान एवं शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान/गणित शिक्षक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालयी शिक्षा स्तर पर गणित शिक्षण के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग करने और शिक्षा उन्नयन में उल्लेखनीय योगदान देने पर राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बमणगांव, रिखणीखाल के गणित शिक्षक नवीन सिंह असवाल को शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान-गणित शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। शिक्षक को सम्मान स्वरूप अंगवस्त्र, मान पत्र, विशेष आखर स्मृति चिह्न और पांच हजार एक सौ रुपये की नकद धनराशि भेंट की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी के चित्र पर माल्यार्पण/पुष्पांजलि अर्पण एवं हे. न. ब. गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर की छात्राओं द्वारा गढ़वाली सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से हुई। शिक्षिका हेमा खण्डूड़ी ने अथितियों के स्वागत में स्वागत गान की प्रस्तुति दी। तबले पर इन प्रस्तुतियों पर संगत रा. इ. कॉलेज भल्लेगांव के छात्र नमन रतूड़ी ने की।
कार्यक्रम मुख्य अथिति शिक्षाविद् एवं सुप्रसिद्ध लेखक डॉ. अरुण कुकसाल, अति विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् एवं पूर्व मण्लीय महामंत्री राजकीय शिक्षक संघ (गढ़वाल) शिव सिंह नेगी, विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् एवं स्व. नेगी जी के साथी शशिधर पोखरियाल, वक्ता एवं सुप्रसिद्ध कवि जय कृष्ण पैन्यूली माटी, स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी की धर्मपत्नी बिमलेश्वरी नेगी एवं उनके परिवारिक सदस्यों, श्रीनगर क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति डॉ. अरुण कुकसाल ने स्व. नेगी के साथ इंस्पेक्शन के दौरान एवं उनके साथ के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी ने अभाव एवं गरीबी से रहकर अपनी प्रतिभा से शिक्षा जगत एवं समाज को एक नई दिशा दी। ऐसे बहुत कम उदाहरण मिलते हैं कि किसी बच्चे को उसकी विलक्षण प्रतिभा के आधार पर सीधा 4-5 उच्च कक्षा में प्रवेश मिले, स्व. नेगी उनमें से एक थे। वे एक रचनाशील, कल्पनाशील एवं प्रयोगधर्मी शिक्षक थे। उनकी जयन्ती पर इस प्रकार के वैचारिक आयोजन करने बहुत आवश्यक हैं। आखर की यह पहल निश्चित तौर पर सराहनीय है।
आखर के डॉ. नितेश बौंठियाल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अथितियों के सम्मान में स्वागत भाषण के साथ आखर ट्रस्ट का परिचय सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया।
अति विशिष्ट अतिथि शिक्षक नेता शिव सिंह नेगी ने आखर की इस तरह की पहल की सराहना करते हुए कहा कि स्व. नेगी ने शिक्षा के क्षेत्र, छात्र हित एवं समाज में सदैव अग्रणीय एवं मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। वे शिक्षा को समर्पित एक नवोन्वेषी शिक्षक थे जिन्होंने समाज एवं शैक्षिक जगत में अपना चिरस्मरणीय योगदान दिया है, उनको एवं उनके कार्यों को हमेशा याद किए जाने की आवश्यकता है।
प्रसिद्ध समाज सेवी एवं आन्दोलनकारी अनिल स्वामी जी ने कहा कि -‘ स्व. नेगी जी एक आदर्श शिक्षक थे और मेरे गुरु भाई थे। वे शिक्षण कार्य में नहीं आते तो जरूर उन्होंने भारत का एक वैज्ञानिक होना था।’
विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत प्रधानाचार्यल एवं स्व. शिवदर्शन नेगी जी के साथी शशिधर पोखरियाल ने कहा कि – ‘स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी एक आदर्श शिक्षक थे एवं सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम में बतौर वक्ता एवं स्व. नेगी द्वारा रचित विद्युत जल तरंगनी’ की प्रस्तुति देने वाले सुप्रसिद्ध कवि जय कृष्ण पैन्यूली ने स्व. नेगी जी के साथ के अपने अनुभव एवं संस्मरण साझा किए। इस कार्यक्रम में ‘विद्युत जल तरंगनी’ की गायन प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही, जो कि एक विज्ञान गीत -नृत्य नाटिका है। सम्मानित होने वाले गणित शिक्षक नवीन सिंह असवाल ने कहा कि -‘यह सम्मान मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी एक ऐसी महान विभूति हुए हैं जिनका व्यक्तित्व हम सभी शिक्षकों एवं समाज के लिए प्रेरणादायी है। शिक्षा जगत में उनके अवदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता । ‘
स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी की धर्मपत्नी एवं सेवा निवृत शिक्षिका बिमलेश्वरी नेगी ने स्व. नेगी जी के जीवन से जुड़े कुछ अनछुए पहलुओं को सबके सम्मुख रखा और कहा कि – ‘स्व. नेगी जी एक वैज्ञानिक सोच के हमेशा कुछ न कुछ रचनात्मक और नया करते रहते थे।वास्तव में परिवारिक परस्थितियों ने उनको एक शिक्षक तक सीमित कर दिया, जबकि उनको एक वैज्ञानिक होना था।’
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक महेन्द्र दत्त बंगवाल ने किया।आखर के संस्थापक संदीप रावत ने स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी जी का व्यक्तित्व, कृतित्व एवं उनके द्वारा शिक्षा जगत और समाज में दिए योगदान को सबके सम्मुख रखते हुए कहा कि ‘ स्व. नेगी एक अति क्रियाशील, जुझारु व्यक्ति, प्रयोगधर्मी, प्रतिभा सम्पन्न जागरूक शिक्षक थे।वे मेरे भी गुरु एवं मार्गदर्शक थे। उन्होंने मुझे सदैव कुछ न कुछ नया करने हेतु प्रेरित किया।’
शिक्षक भूपेन्द्र सिंह नेगी ने सम्मानित होने वाले शिक्षक àनवीन सिंह असवाल का परिचय एवं उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए अभिनव एवं महत्वपूर्ण कार्यों को सबके सम्मुख रखा। सम्मान पत्र का वाचन डॉ. नितेश बौंठियाल ने किया।
सम्मान समारोह में शिक्षक भूपेश जोशी, शिक्षिका हेमा खंडूड़ी, प्रसिद्ध समाज सेवी एवं आंदोलनकारी अनिल स्वामी, सुप्रसिद्ध मंच संचालक एवं कवयित्री उमा घिल्डियाल, सम्मानित होने वाले शिक्षक की धर्म पत्नी कलावती असवाल, पिता ध्यान सिंह असवाल एवं माता सत्यावती असवाल, प्रकाश रतूड़ी, सतीश काला, रीजनल रिपोर्टर की संपादक गंगा असनोड़ा थपलियाल, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन से डॉ. प्रदीप अण्थवाल, मनु बिष्ट, डॉ. हर्षमणि पाण्डेय, अभिषेक उनियाल, ज्योति जैन, पुष्पा उनियाल, लक्ष्मण सिंह नेगी, आरएस नेगी, मंगल सिंह, तेजपाल गुसाईं, पिंकी गुसाईं, मयंक पंवार, मनीष डिमरी, डॉ. अशोक बडोनी, कु. नेहा, कु. दिव्या, कु. रिया, कु. नायिसा, ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष रेखा चमोली, लक्ष्मी रावत (संस्थापक आखर ट्रस्ट), उपाध्यक्ष डॉ. नागेंद्र रावत, डॉ. मेधा भट्ट, ट्रस्ट की अंजना घिल्डियाल, ट्रस्ट के भूपेंद्र सिंह नेगी, ट्रस्ट की सदस्य अनीता काला, ट्रस्ट की कु. श्वेता, पंवार सहित कई अन्य शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति थी।
अंत में आखर ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिक्षक साथियों, गणमान्य व्यक्तियों एवं अथितियों का आभार व्यक्त किया। वर्ष 2021 में ‘आखर ट्रस्ट’ द्वारा स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी की जयन्ती के अवसर पर उनकी स्मृति में ‘शिवदर्शन सिंह नेगी स्मृति आखर विज्ञान शिक्षक सम्मान’ की शुरुआत की गई थी। इस वर्ष उनकी स्मृति में आखर का यह चतुर्थ कार्यक्रम था।