पौड़ी: जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, पौड़ी जिला इकाई ने गुरुवार को प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया। ज्ञापन में 2010 तक सेवा में आ चुके शिक्षकों को टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) की अनिवार्यता से मुक्त रखने की मांग उठाई गई।

संघ के जिलाध्यक्ष भगत सिंह भंडारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर कहा कि सेवा के मध्य अथवा अंतिम समय में शिक्षकों को टीईटी परीक्षा देना न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि 30 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले शिक्षकों के लिए यह अनुचित भी है। संगठन ने मांग की कि संसद में विशेष अध्यादेश लाकर 2010 के बाद नियुक्त हुए शिक्षकों पर ही यह व्यवस्था लागू की जाए।

जिलाधिकारी ने संगठन की मांग को जायज ठहराते हुए कहा कि लंबी सेवा अवधि के उपरांत टीईटी अनिवार्यता का कोई औचित्य नहीं है।

शिक्षक संघ ने शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त रखने की मांग को लेकर भी अलग से ज्ञापन सौंपा।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष भगत सिंह भंडारी, मनमोहन सिंह चौहान, पूर्व जिलामंत्री मुकेश काला, हेमन्त गैरोला, रमेश भटगांईं, भूपेन्द्र सिंह, राकेश मोहन, कुलदीप सिंह, रवीन्द्र शाह, अनिल भट्ट, प्रताप सिंह राणा, केशव रैवानी, सुभाषचन्द्र आर्य, कुलदीप रावत सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।