नैनीताल : टेलीमेडिसिन सेवा को बहाल करने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने अपनी प्राथमिकता में शामिल किया हुआ है। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध ओखलकाण्डा की टेलीमेडिसिन सेवा तकनीकी कारणों से प्रभावी नहीं हो पा रही है। ओखलकाण्डा की टेलीमेडिसिन सेवा को जिलाधिकारी ने एम्स ऋषिकेश से सम्बद्ध कराया है। यह सेवा आने वाले दिसम्बर से एम्स से लिंक होकर कार्य करने लगेगी। इससे पहले ओखलकाण्डा टेलीमेडिसिन सेवा को 20 नवम्बर से सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी से जोड़कर क्रियाशील किया जाएगा। इस सम्बन्ध में एसटीएच के चिकित्साधीक्षक डॉ. अरूण जोशी ने जन स्वास्थ्य के मद्देनज़र रूचि दिखाते हुए अपनी सहमति जिलाधिकारी से व्यक्त की है। जिलाधिकारी ने बताया कि फोरी तौर पर ओखलकाण्डा के लोगों को एसटीएच के जरिये टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ मिलने लगेगा तथा स्थायी लाभ एम्स के जरिये आने वाले दिसम्बर महीने से मिलने लगेगा।
डीएम बंसल ने बताया कि जिले का बेतालघाट भी ओखलकाण्डा की तरह दुर्गम ईलाका है, जहाँ पर भी टेलीमेडिसिन सेवा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बेतालघाट क्षेत्र के लोगों को भी इस सेवा का लाभ मिले, इस दिशा में भी उन्होंने कदम बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए केअर एक्सपर्ट टेक्नोलोजी लि. गुड़गाँव से करार हो गया है। छः माह बाद बेतालघाट क्षेत्र में भी ज्योलीग्रांट चिकित्सालय के माध्यम से स्थायी सेवा मिलने लगेगी। ओखलकाण्डा एवं बेतालघाट में टेलीमेडिसिन व्यवस्थाओं पर सारा व्यय जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भारती राणा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.रश्मि पन्त, डॉ.टीके टम्टा, के अलावा चिकित्साधीक्षक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ओखलकाण्डा डॉ.शैलेन्द प्रताप सिंह, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी भाष्कर कुनियाल, मदन मेहरा, अनूप बमोला आदि मौजूद थे।