पौड़ी: पौड़ी जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों के बढ़ते आतंक ने किसानों के लिए भयानक स्थिति पैदा कर दी है। बंदरों के झुण्ड किसानों की फसलों को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं। बंदर खेतों की फसल तो तबाह कर ही रहे हैं। साथ ही वे ग्रामीणों के घर के अंदर घुसकर भी खाने पीने का सामान उड़ा रहे हैं।
बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग को लेकर विकासखंड कल्जीखाल के सांगुडा मोती बाग के रहने 86 वर्षीय बुजुर्ग किसान डॉ विद्यादत्त शर्मा ने आज (गुरुवार को) से डीएम कार्यालय के बाहर हेमवती नंदन बहुगुणा मूर्ति स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इस दौरान डॉ विद्या दत्त शर्मा ने कहा कि वह पिछले लंबे समय से बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने के लिए शासन और प्रशासन से मांग कर रहे हैं,
उन्होंने बताया कि बंदरों के आतंक से किसानों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बंदरों ने गांवों में लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बंदर आए दिन फसलों को नष्ट कर रहे हैं। घरों में घुसकर खाने पीने का सामान भी उड़ा रहे हैं। जिससे लोग काफी परेशान हो गए हैं। आलम यह है कि काश्तकार बंदरों के चलते खेती छोड़ने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कई बार बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने को लेकर शासन से लेकर प्रशासन तक गुहार लगाई गई, लेकिन प्रशासन की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों की समस्या पर कोई ठोस समाधान नहीं निकाला जा रहा है। जिसके कारण अब उन्होंने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
ज्ञात हो कि 86 वर्षीय बुजुर्ग किसान मोती बाग नाम से अलग चेक बना हुआ है जिसमें उनका निवास भी है। साथ वही चेक पर खेती और बागवानी भी करते हैं। उन्होंने कुछ वर्ष पहले ही अपने खेत में 23 किलो मूला का उगाया था। वे पिछले पांच दशक से खेती किसानी को लेकर लगातार काम कर रहे हैं। हालांकि जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए कृषि विभाग द्वारा घेरबाड़ कर रखी हैं, लेकिन बंदरो से कोई निजात नही मिल रही। जिस कारण डॉक्टर विद्यादत्त शर्मा डीएम कार्यालय के बाहर हेमंती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।