Kathua Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सोमवार को हुए आतंकी हमले में देवभूमि उत्तराखंड ने अपने पांच जवानों को खो दिया। देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान देने वाले पांचों बलिदानियों के पार्थिव शरीरआज शाम देहरादून पहुंचाए गए। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर शहीद जवानों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सेना के अधिकारियों ने शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जवानों के पार्थिव शरीर उनके घर भेजे जाएंगे। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, विधायक बृज भूषण गैरोला, डीएम, एसएसपी ने भी जवानों को श्रद्धांजलि दी।
बतादें कि कठुआ जिले के सुदूरवर्ती मछेड़ी इलाके में सोमवार को दोपहर बाद घात लगाए आतंकियों ने सेना के गश्ती दल पर हमला किया। इस हमले में गढ़वाल राइफल के पांच जवान बलिदान हो गए, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हैं। घटना सोमवार शाम लगभग साढ़े तीन बजे की है, जब बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया। सेना का यह वाहन इलाके में गश्त पर था। वाहन में 10 जवान सवार थे। आतंकियों की ओर से पहले ग्रेनेड फेंका गया। इसके बाद अंधाधुंध गोलाबारी शुरू कर दी गई। जिसमे वाहन सवार सेना के 5 जवान शहीद हो गए।, और 5 जवान घायल हो गए।
उत्तराखंड के ये 5 जवान हुए शहीद
कठुआ आतंकी हमले में देश की रक्षा करते हुए रुद्रप्रयाग जनपद के ग्राम कांडा भरदार के वीर सपूत नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत शदीद हो गए। कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, लैंसडौन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी बलिदान दिया।
- नायब सूबेदार आनन्द सिंह रावत
रुद्रप्रयाग जखोली ब्लाक के कांडा-भरदार निवासी नायब सूबेदार आनन्द सिंह रावत ने देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। 41 वर्षीय सेना के जवान का परिवार देहरादून में रहता है। सेना द्वारा शहीद के गांव और परिवार को सूचना दे दी गई है।
- हवलदार कमल सिंह
पौड़ी जिले के रिखणीखाल विकासखंड के पापड़ी गांव पोस्ट धामधार के निवासी कमल सिंह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनके पिता का काफी साल पहले निधन हो गया था। गांव के घर में मां सुमति देवी, पत्नी रजनी देवी अपनी तीन व पांच साल की बेटियों के साथ रहती हैं। इसी साल कमल सिंह ने बच्चों को पढ़ाने के लिए कोटद्वार में किराए पर मकान लिया था। जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले की सूचना मिलते ही उनका परिवार मंगलवार तड़के गांव के लिए रवाना हो गया।
- नायक विनोद सिंह
नई टिहरी जाखणीधार ब्लॉक के चौंड-जसपुर निवासी विनोद सिंह (33) ने भी कठुआ में हुए आतंकी हमले अपना बलिदान दे दिया। ग्राम प्रधान कीर्ति सिंह कुमाई ने बताया कि वीर सिंह भंडारी, शशि देवी के पुत्र विनोद सिंह 10 वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे।
- राइफलमैन आदर्श नेगी
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी के बलिदान होने की सूचना है। खबर के बाद उनके घर में मातम है। पूरे क्षेत्र में यह खबर आग की तरह फैल गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 26 वर्षीय आदर्श 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पिपलीधार से हुई। 2018 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र थे। आदर्श तीन भाई-बहन में सबसे छोटे थे।
- राइफलमैन अनुज नेगी
राइफलमैन अनुज नेगी का परिवार रखती खाल विकासखंड के डाबरिया गांव में रहता है। शहीद अनुज के दो भाई-बहन है। पिता भारत सिंह वन विभाग में दैनिक श्रमिक के पद पर काम करते हैं। जबकि मां सुमित्रा देवी ग्रहणी है। ग्राम प्रधान नंदन सिंह ने बताया कि बलिदानी अनुज की शादी बीते साल नवंबर माह में हुई थी।
वर्तमान में उनका परिवार भानियावाल देहरादून में रहता हैं। विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। वह घर के इकलौते बेटे थे। विनोद का चार साल का बेटा और चार माह की बेटी है। डेढ़ माह पहले ही वह घर भानियावाला आए थे। गांव में यह सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। विनोद सिंह के पिता वीर सिंह भंडारी पूर्व सैनिक है और वह तीन बहनों के इकलौता भाई थे।
हमले में घायल जवान
- हवलदार आनंद सिंह,
- हवलदार सुजान राम,
- सागर सिंह,
- गगनदीप सिंह
- कार्तिक