मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के कर कमलों से होगा भब्य नृत्य नाटिका का मंचन।
देहरादूनः वीर सिरोमणि माधो सिंह भण्डारी की गौरव गाथा पर आधारित प्रथम गीत/नृत्य नाटिका का दो दिवसीय मंचन देहरादून के परेड ग्राउंड में 28 व 29 अक्टूबर को किया जायेगा। अभिनेता/लेखक/निर्देशक बलदेव राणा ने बताया कि पर्वतीय नाट्य मंच के बैनर तले वीरभड़ माधोसिंह भण्डारी गीत/नृत्य नाटिका का मंचन 9 वीं बार किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के कर कमलों से किया जायेगा। उन्होने ने कहा कि यह हमारे उत्तराखंडी समाज व रंगकर्मियों के लिए गौरव की बात है कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत पहली बार इस शौर्य, बीरता, बलिदान व विकास की एतिहासिक गाथा को देखने परेड ग्राउंड में आयेगें।
नंदा देवी राजजात यात्रा (झांकी) होगी मुख्य आर्कषण।
नृत्य नाटिका की शुरुआत, नगर निगम के टाउन हाल से मां नंदा देवी की राजजात सांस्कृतिक यात्रा झांकी, संयोजक रणजीत सिंह भण्डारी व प्रभारी गणेश सिंलमाना के नेतृत्व में की जायेगी. जो नगर निगम के टाउन हॉल से शुरू होकर शहर के विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए परेड मैदान पंहुचेगी और उसके बाद गीत/नृत्य नाटिका का विधिवत उद्धाटन किया जायेगा।
पहली बार दो दिवसीय नृत्य नाटिका का होगा मंचन।
पर्वतीय नाट्य मंच के अध्यक्ष बलदेब राणा ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत का आभार जताते हुऐ कहा कि, वह अपनी माटी और थाती के लिए समर्पित है। इस नाटक की एतिहासिकता को देखते हुए उन्होनें वीरभड़ माधों सिंह भण्डारी गीत/नृत्य नाटिका के लिए परेड़ ग्राउड दो दिन के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराया है। साथ ही हम सब उत्तराखंडियों के लिए गर्व की बात है कि उन्होंने वीर सिरोमणी माधो सिंह भण्डारी की याद में “किसान भवन“ का निर्माण कराया है। साथ ही उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय का नाम वीरभड़ माधोसिंह भण्डारी के नाम से किया है। जिस माटी के लाल ने विकास के खातिर मलेथा कि 82 एकड़ भूमि को सिंचित करने के लिए अपने बेटे का बलिदान और मातृभूमि के खातिर अपनी आहूति दे दी थी।
कार्यक्रम के मार्गदर्शक सच्चिदानंद जोशी ने देहरादून में वीर भड़ माधोसिंह भण्डारी गीत/नृत्य नाटिका के आयोजन पर खुशी जताते हुए आयोजकों को बधाई व शुभकामनायें दी। उन्होनें कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से नई पीड़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासतों को जानने का मौका मिलता है। गौरतलब है कि वीरभड़ माधोसिंह भण्डारी गीत/नृत्य नाटिका का आयोजन देहरादून में प्रथम बार सच्चिदानंद जोशी के मार्गदर्शन में ही किया गया था।
गीत/नृत्य नाटिका में होगा निःशुल्क प्रवेश।
वीरभड़ माधो सिंह भण्डारी गीत/नृत्य नाटिका का मंचन 2016 में देहरादून स्थित बन्नू स्कूल ग्राउड़़ में किया गया था। उस समय इस नाटक को देखने के लिए शुल्क रखा गया था उसके बावजूद भी भीड़ नाटिका को देखने के लिए उमड़ी थी। बीरभड़ की इस शौर्य व बीर गाथा का मंचन इतना सजीव था कि दर्शक दीर्घा में कोई विरला ही रहा होगा जिसकी आंखो से आंसू न बहे हो। इस बार इस शार्य व वीर गाथा को एतिहासिक बनाने के लिए निःशुल्क प्रवेश रखा गया है। जिससे अधिक से अधिक लोक अपनी संस्कृति व विरासतों से रू-ब-रू हो सकें।
सुप्रसिद्व अभिनेता,लेखक व निर्देशक बलदेव राणा के सानिध्य में होगा नृत्य नाटिका का मंचन।
सुप्रसिद्व गढ़वाली फिल्म “कौथिक“ में खलनायक की जबरदस्त भूमिका के किरदार से चर्चा में आये सुप्रसिद्व अभिनेता, लेखक, निर्देशक द्वारा निर्देशित यह गीत/नृत्य नाटिका का अभी तक आठ बार मंचन हो चुका है। बलदेव राणा का कहना है कि पर्वतीय नाट्य मंच का उद्देश्य इस तरह के नाटकों को आयोजित करने का यह है कि हमारी नई पीड़ी अपने पूर्वजों के गौरवशाली इतिहास से रू-ब-रू हो सकें। तथा उत्तराखंडी बोली-भाषा व संस्कृति का संरक्षण हो सकें। उन्होनें उत्तराखंडी संस्कृति व विरासतों से प्रेम करने वाले सभी रंगकर्मियों, सभ्रांत नागरिकों को नृत्य नाटिका का आनन्द लेने के लिए 28 व 29 अक्टूबर को परेड ग्राउड़़ में पंहुचने का आवाहन किया। कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि नृत्य नाटिका की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। उन्होंने सभी प्रबुद्धउत्तराखंडियों, समाजसेवियों व संस्कृति प्रेमियों से नृत्य/नाटिका “वीरभड़ माधोसिंह भण्डारी“ के सफल आयोजन के सहयोग की अपील की है।
प्रेस वार्ता में दौरान लोक गायिका मीना राणा, गायक जितेन्द्र पंवार, संगीतकार संजय कुमोला, लोक कलाकार गीता उनियाल, सुषमा नेगी, रवि शाह, संदीप गुसाई, सतीष आर्य, गंम्भीर जायडा, विकास उनियाल, गणेश सिलमाना, रणजीत सिंह भण्डारी, गढभोज के चैयरमैन लक्ष्मण सिंह रावत, मीडिया प्रभारी भानु प्रकाश नेगी, दीपक कैन्तुरा, आदि लोग मौजूद रहे।