Thieves looted three locked houses in Sunarsari village

पौड़ी गढ़वाल: पौड़ी गढ़वाल के कल्जीखाल ब्लॉक में इन दिनों चोरी की वारदात तेजी से बढ़ने लगी हैं। चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़े मकानों में चोरी की घटना को अंजाम से पहले वहां खाना बनाकर भी खा रहे हैं और फिर घर में रखा सामान उड़ाकर निकल जा रहे हैं। कल्जीखाल ब्लॉक की मनियारस्यूं पट्टी में एक महीने के अन्तराल में इस तरह की अनोखी चोरी की यह दूसरी घटना है।

ज्ञात हो कि बीते 17 जून (शनिवार रात) को मनियारस्यूं पट्टी के ग्राम सूराल गांव में अज्ञात चोरों द्वारा तीन बंद घरों के ताले तोड़ डाले गए थे। चोरों ने ताले तोड़ने में जाया हुई शक्ति के ऐबज में घर के अन्दर पहुंचकर इत्मीनान से दाल-भात बनाया, खाया औरफिर सामान लेकर चल दिए।  इस बार चोरों ने मनियारस्यूं के सुनारसारी गांव में में बंद पड़े 3 घरों में इस तरह की चोरी को अंजाम दिया है।

शुक्रवार रात को जनपद गढ़वाल की पौड़ी तहसील की पश्चिमी मनियारस्यूँ पट्टी के सुनारसारी गांव में अज्ञात चोरों द्वारा चोरी के इरादे से 3 घरों के ताले तोड़ डाल दिये गए। चोरों ने जिन तीन घरों के ताले तोड़े उनमें से एक मकान उत्तराखंड पुलिस में कर्मी का बताया जा रहा है।

पूर्व प्रधान श्रीमती विनीता देवी (ग्राम ओलना) ने आज राजस्व उपनिरीक्ष को चोरी की घटना की तहरीर दी। उन्होंने बताया मेरे मायके सुनारसारी गाँव में मेरे भाई के घर के अलावा आस पास घरों में भी ताले तोड़े हुए थे। उन्होंने अपनी तहरीर में बताया की 13 जुलाई को उनके मायके के पड़ोसी दादा पीताम्बर सिंह चौहान द्वारा उनको चौरी की सूचना दी गई कि उनके घर के अलवा दो अन्य घरों के ताले तोड़े गए हैं। जिसके बाद वह सुनारसारी गांव आई। जहां पता चला कि उनके भाई के मकान के तीन ताले टूटे हुए हैं और घर के अंदर रखें बक्सों के भी दो ताले टूटे हुए हैं और सामान इधर-उधर बिखरा हुआ है। सुरेन्द्र सिंह के घर से लगभग 7000 हजार की नगद धनराशि और सामान गायब मिला। इसके अलावा अन्य घरों में भी सामान इधर उधर बिखरा हुआ था। उन्होंने बताया कि चोरों ने रात को इत्मिनान से दाल भात भी पकाया।

ज्ञात हो कि करीब एक माह पहले भी पट्टी मनियारर्स्यूँ के ग्राम सुराल गांव में अज्ञात चोरों ने इसी तरह की घटना को अंजाम दिया था। चोरों ने रात में तीन घरों के ताले तोड़कर चांदी के आभूषण और पीतल के वर्तन चुराए थे। राजस्व उप निरीक्षक को चोरी की तहरीर दी गई थी। वहां  भी ने चोरों ने इत्मीनान से दाल-भात बनाकर खाया और फिर घरों में मौजूद सामान पर हाथ साफ किया था। चोर खाली घरों को ही टारगेट बना रहे हैं। इस पर की चोरी की घटनाओं क्षेत्र में भय का उत्पन हो गया हैं। क्षे त्र लिए यह घटना खतरे का संकेत है।

पुलिस व प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रो में फेरी व कबाड़ के धंधे से जुड़े अपरिचित लोगों की आवाजाही कम नहीं हो रही है। गांवों के सड़क से जुड़ने के बाद ऐसे तत्वों की सहूलियत काफी बढ़ गयी हैं।

रिपोर्ट: जगमोहन डांगी