sitting holi srinagar garhwal

श्रीनगर गढ़वाल : शैलनट व हिमालय साहित्य एवं कला परिषद श्रीनगर के तत्वावधान में आज कटकेश्वर महादेव (घस्यामहादेव) में बैठकी होली का आयोजन किया गया। इसी के साथ श्री क्षेत्र श्रीनगर गढ़वाल में होली का शुभारंभ हुआ। आयोजन का शुभारंभ मंहत महेश गिरि व पंडित अभिषेक बहुगुणा ने कटकेश्वर महादेव की पूजा अर्चना के साथ किया। इस अवसर पर ख्याति प्राप्त गीतकार बीरेंद्र रतुडी, उदयीमान गायिका वसुधा गौतम व योगेश कुमार ने परम्परागत होली के गीत गाकर रंग जमाया। साथ ही इस अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य के सास्कृतिक ध्वज वाहक प्रो. डीआर पुरोहित, नामचीन कवि जय कृष्ण पैन्युली, गढकवि देवेन्द्र उनियाल, मदन मोहन डंगवाल, गणेश बलुनी, शंशाक जमलोकी, सभासद अनुप बहुगुणा ने भी गीत व कविता के माध्यम से अपने अंदाज में परमपरागत बैठकी होली में रंग जमाया।

आयोजन का खूबसूरत रूप देखकर जर्मन निवासी पाल हसमैन ने भी भारतीय संस्कृति के इस रूप को खुशी जाहिर की। आयोजन में श्रीकृष्ण उनियाल, जसपाल गुंसाई, पदमेन्द्र लिंगवाल, जगमोहन कठैत, प्रदीप अथ्वाल, अजय सेमवाल, रविन्द्र नेगी, राबिन असवाल, चिराग चौहान, आदित्य सिंह, रोटरियन नरेश नौटियाल, ओमप्रकाश गोदियाल, दीप चन्द्र गिरि, मनोज भण्डारी, कैलाश पुण्डीर, जय प्रकाश डिमरी आदि उपस्थित रहे। महेश गिरि ने सभी संस्कृति प्रेमी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। आज की परम्परागत होली का आरम्भ गणेश वंदना के साथ किया गया।

  • आज की होली के कुछ गीत
  • भोला-नाथ दिगंबर ये दुख मेरा हरो रे
  • शीतल चंदन बेल पतरवा मस्तक गंगा धरो रे
  • अर्धांगी गोरी पुत्र गजानन चंद्र की रेख धरो रे
  • शिवशंकर को तीन नैत्र हैं अद्भुत रूप धरो रे
  • आसन मार सिंहासन बैठे शांत समाधी धरो रे
  1. ‘मीराँ के प्रभू का जस गावत शिव जी के पेयां
  2. गोविन्द मदन मुरारी ओ मोहन गिरधारी,
  3. रख लेना लाज हमारी ओ मोहन गिरधारी
  4. गोविन्द मदन मुरारी ओ मोहन गिरधारी,
  • वन को चले दोनों भाई अवध से,
  • अरे वाको को रोको री कोई।
  • आगे आगे राम चलत हैं पीछे लक्ष्मण भाई
  • पीछे चलत है जानकी मैया शोभा वर्ण न जाए
  • अरे वाको को रोको री कोई, वन को चले दोनों भाई…
  • राम बिना मेरी सूनी अयोध्या लक्ष्मण बिना ठाकुराई
  • सीता बिना मेरी सूनी रसोई कौन करे चतुराई
  • अरे वाको नी कोई, वन को चले दोनों भाई…— श्रीनगर के होलियार स्व. डा.उमा शंकर थपलियाल की स्मृति में गाया गया।