Kanwar Yatra 2022: सावन के महीने में तीर्थनगरी हरिद्वार में लगने वाले आस्था एवं विश्वास के पौराणिक कांवड़ मेले को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 13 जुलाई से सावन मास का शुभारंभ हो रहा है। सावन मास शुरू होते ही दूर-दराज के शिवभक्त गंगोत्री, हरिद्वार, ऋषिकेश, ब्रजघाट से कंधों पर गंगाजल लेकर चलेंगे। महाशिवरात्रि 26 जुलाई को है, इस दिन कांवड़ियां भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे। पिछले दो सालों से कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा बंद रही थी। अब कोरोना का संक्रमण कम हो चुका है, इसलिए कांवड़ यात्रा पर जाने वाले शिवभक्तों में काफी उत्साह है।
कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार जिला एवं पुलिस प्रशासन ने 14 जुलाई से 27 जुलाई 2022 तक की अवधि में होने वाली यातायात प्लान जारी कर दिया है। 14 जुलाई से लागू होने वाले इस नए ट्रैफिक प्लान में पैदल कांवड़ यात्रियों के अलावा रोडवेज बस, भारी वाहन के लिए अलग-अलग व्यवस्था बनाई गई है। यूपी-दिल्ली सहित अन्य पड़ोसी राज्यों से आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। इसके अलावा हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर भारी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर कांवड़ियों के अवागमन पर रहेगी रोक
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने के बाद यह पहली कांवड़ यात्रा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर पैदल, साइकिल, दो पहिया वाहन, ऑटो, टेंपो और बैल गाड़ी का संचालन प्रतिबंधित हैं। इसलिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यातायात सुगम रखने के लिए कांवड़ियों या उनके किसी भी वाहन के आवागमन पर रोक रहेगी।
दिल्ली की तरफ जाने वाले कांवड़ियों के पहले की तरह नेशनल हाइवे-58 से मेरठ से मोदीनगर, मुरादनगर और गाजियाबाद के रास्ते जाने की सुविधा बरकरार रहेगी। दिल्ली देहरादून हाईवे पर हरिद्वार से कांवड़ यात्रा शुरू होकर, मुजफ्फरनगर, मेरठ के रास्ते दिल्ली, हरियाणा राजस्थान जाते हैं। मेरठ से बुलंदशहर के रास्ते, अलीगढ़, आगरा, मथुरा, राजस्थान और मध्य प्रदेश तक जाते हैं।
डाक कांवड़ नेशनल हाईवे 58 से
डाक कांवड़ नेशनल हाईवे 58 से ही जा सकेगी। दअरसल, 14 जुलाई से शुरू होकर कांवड़ यात्रा 26 जुलाई तक चलेगी। मेरठ के पुलिस अधीक्षक यातायात जितेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि कांवड़ यात्रा के मद्देनजर 14 जुलाई से नेशनल हाईवे 58 पर भारी वाहनों का डायवर्जन प्रस्तावित है। हालांकि कांवड़ियों की तादाद के मुताबिक इस प्लान में तारीख में बदलाव भी संभव हैं।18 जुलाई से भी डायवर्जन किया जा सकता है। भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से निकाला जाएगा। कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर हाईवे को बंद कर दिया जाएगा।
कांवड़ यात्रा के दौरान 20 जुलाई तक दिल्ली-हरिद्वार हाईवे सुचारू रहेगा। 20 जुलाई के बाद हाईवे पर दिन में भारी वाहन प्रतिबंधित किए जाएंगे। यूपी, दिल्ली सहित अन्य पड़ोसी राज्यों से आने वाले भारी वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे। 20 से 22 जुलाई तक रात 12 बजे से सुबह 7 बजे तक ही भारी वाहनों को छूट रहेगी। 23 और 24 को रात्रि 12 बजे से सुबह 4 बजे तक माल लाने-ले जाने की छूट दी जाएगी। 25 से 27 तक मार्ग पूरी तरह बंद रहेंगे। साथ ही ट्रैफिक भी डायवर्ट रहेगा। यह जानकारी जिलाधिकारी ने उद्यमियों को बैठक के दौरान दी। मंगलवार को जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेन्द्र सिंह रावत ने मेला नियंत्रण भवन (सीसीआर) में होटल-धर्मशाला एसोसिएशन एवं व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ कांवड़ मेला-2022 को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में एक बैठक ली। इसके बाद जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कलक्ट्रेट सभागार में सिडकुल, रुड़की और भगवानपुर के उद्योगपतियों के साथ कांवड़ यात्रा को देखते हुए बैठक की।
हरिद्वार शहर का ट्रैफिक प्लान
शहर की अंदरूनी यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए आटो-विक्रम और ई रिक्शा के लिए भी यातायात प्लान बनाया गया है। इसी तरह दुपहिया, चौपहिया, रोडवेज बस और भारी वाहनों के लिए अलग-अलग जगहों पर पार्किंग बनाई गई है। चंडी चौक से वाल्मिकी चौक व शिवमूर्ति चौक तक जीरो जोन रहेगा। शिवमूर्ति चौक से हरकी पैड़ी तक जीरो जोन रहेगा। इसी तरह भीमगौड़ा बैरियर से हरकी पैड़ी तक जीरो जोन रहेगा।
कांवड़ मेला 2022 वाहनों के यातायात डायवर्ज प्लान:
- दिल्ली से देहरादून-ऋषिकेश जाने वाले सभी छोटे बड़े वाहनों को प्राथमिक तौर पर रामपुर तिराहे से देवबंद से गागलहेडी होते हुए छुटमलपुर, बिहारीगढ़ से देहरादून और ऋषिकेश को डायवर्ट किया जाएगा।
- हरिद्वार सीमा में प्रवेश कर चुके दिल्ली से देहरादून/ऋषिकेश जाने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों को बिझौली से एनएच 344 से भगवानपुर से मंडावर, छुटमलपुर, बिहारीगढ़ से देहरादून और ऋषिकेश की तरफ डायवर्ट किया जाएगा।
- दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर से आने वाले वाहन मुजफ्फर नगर, मंगलौर, नगला इमरती, सर्विस लेन से डायवर्ट कर लंढौरा से लक्सर, सुल्तानपुर,फेरूपुर से जगजीतपुर, एसएम तिराहा से डायवर्जन कर शनि चौक, मातृसदन, दक्षद्वीप पार्किंग से दाहिने होते हुए शमशान घाट पुल से बैरागी कैंप पार्किंग के लिए डायवर्ट किया जाएगा।
- यमुनानगर-सहारनपुर से हरिद्वार आने वाले वाहन एनएच 344 भगवानपुर, सालियर हाईवे, बिझौली से सर्विस लेन होते हुए एनएच 334 से नगला इमरती डायवर्ट कर लंढौरा से लक्सर होते हुए जगजीतपुर से एसएम तिराहा से डायवर्जन कर शनि चौक, मातृसदन, दक्षद्वीप पार्किंग से दाहिने होते हुए शमशान घाट पुल से बैरागी कैंप पार्किंग के लिए डायवर्ट किया जाएगा।
- यदि मंगलौर या नगला इमरती में यातायात का दबाव होता है तो यातायात को पुरकारजी से डायवर्जन कर खानपुर चैक पोस्ट होते हुए लक्सर, सुल्तानपुर, फेरूपुर, जगजीतपुर, एसएम तिराहा से डायवर्जन कर शनि चौक से मातृसदन, दक्षद्वीप पार्किंग से दाहिने होते हुए शमशान घाट पुल से बैरागी कैंप पार्किंग के लिए डायवर्ट किया जाएगा।
- यदि दिल्ली, मेरठ, हरियाणा, पंजाब की ओर से कोई वाहन नजीबाबाद, मुरादाबाद की ओर जाना चाहता है तो उन्हें लक्सर तिराहे से रायसी से बालावाली होते हुए बिजनौर मार्ग से भेजा जाएगा।
- यदि भगवानपुर से छूटे हुए वाहन इमलीखेडा, धनौरी की तरफ आते हैं तो उन वाहनों को धनौरी से सलेमपुर होते हुए शिवालिक नगर से भेल (BHEL) होते हुए भगत सिंह चौक से टिबडी फाटक होते ब्रहमपुरी तिराहे से हिलबाईपास होते हुए दूधाधारी तिराहे से पुराना एआरटीओ (ARTO) चौक से होते हुए लालजीवाला पार्किंग में पार्क कराए जाएंगे।
- हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उप्र से गंगोत्री-यमुनात्री को जाने वाले वाहन मेरठ, मुजफ्फर नगर (रामपुर तिराहा), देवबंद, गागलहेडी, देहरादून, विकासनगर, यमुना ब्रिज, डामटा होते हुए गंगोत्री-यमुनोत्री को जाएंगे।
- हरियाणा,राजस्थान,दिल्ली, उप्र से केदारनाथ-बदरीनाथ को जाने वाले वाहन मेरठ, मीरापुर, बिजनौर, कोटद्वार, पौड़ी, श्रीनगर होते हुए दोनों धाम जाएंगे।
- बैरागी कैंप पार्किंग में पार्क किए गए सभी प्रकार के वाहनों की निकासी शमशान घाट पुल से श्रीयंत्र पुल होते हुए बुढीमाता तिराहे से देशरक्षक से सिहद्वार की तरफ को जाएंगे, जहां से सभी वाहन एनएच 334 होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे।
- अलकनंदा पार्किंग, दीनदयाल उपाध्याय पार्किंग और पंतद्वीप पार्किंग भर जाने पर वाहनों को चमगादड़ टापू मैदान व सर्वानंदघाट पार्किंग में पार्क किया जाएगा।
- मुरादाबाद, बिजनौर, नजीबाबाद की ओर से आने वाले ट्रैक्टर ट्रॉली/बस व अन्य वाहनों को 2 किमी से डायवर्ट कर गौरीशंकर पार्किंग एवं नीलघारा पार्किंग में लाया जाएगा।
- देहरादून से दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फर नगर की ओर जाने वाले वाहन डाटकाली मंदिर टनल से बिहारीगढ़, छुटमलपुर होते हुए दिल्ली की ओर जाएंगे।
- पर्वतीय क्षेत्रों से ऋषिकेश के रास्ते दिल्ली, मेरठ व मुजफ्फर नगर जाने वाले वाहन नटराज चौक से भानियावाला होते हुए देहरादून से डाटकाली मंदिर टनल से बिहारीगढ, छुटमलपुर होते हुए दिल्ली की ओर जाएंगें।
- पर्वतीय क्षेत्रों से ऋषिकेश के रास्ते नजीबाबाद, बिजनौर की ओर जाने वाले वाहन नेपाली तिराहा से दूधाधारी चौक से चंडी चौक से बाएं चंडीपुल होते हुए नजीबाबाद की ओर जाएंगें।
- वहीं, हिल बाईपास खुलता है तो हरिद्वार से देहरादून-ऋषिकेश जाने वाले वाहनों को भगत सिंह चौक से टिबडी फाटक होते हुए ब्रहमुपरी तिराहा से हिलबाईपास मार्ग से दूधाधारी तिराहा अपने गंतव्य को जाएंगे।
रोडवेज बसों के लिए यातायात प्लान
- देहरादून-ऋषिकेश से आने वाली सभी रोडवेज बसों को नेपाली तिराहा से रायावाला होते हुए मोतीचूर पार्किंग में पार्क कराई जाएंगी।
- नजीबाद-बिजनौर की ओर से आने वाली सभी रोडवेज बसों को चिडियापुर से 4.2 माईल स्टोन से डायवर्ट कर गौरीशंकर/नीलधारा पार्किंग में पार्क कराई जाएंगी।
- दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाली सभी रोडवेज बसों को ऋषिकुल मैदान/हरिराम आर्य इंटर कॉलेज पार्किंग में पार्क कराई जाएंगी। जबकि, सभी रोडवेज बसें अपने निर्धारित मार्ग पर ही चलेंगी।
कांवड़ में आने वाले यात्रियों का होगा सत्यापनः
कांवड़ यात्रा के दौरान किसी तरह का हुड़दंग, अराजकता, धार्मिक उन्माद और शांति भंग न हो, इसको लेकर पुलिस ने यात्रियों के सत्यापन पर भी फोकस करने की योजना बनाई है। बकायदा इसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने इंटर स्टेट बैठक कर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली समेत अन्य राज्यों की पुलिस से कांवड़ यात्रियों की सत्यापन को लेकर भी सामंजस्य बनाया है। यानी किसी भी राज्य से कांवड़ मेले में आने वाले यात्रियों को स्थानीय थाने से नाम दर्ज या सत्यापन कराकर आना होगा।
कोरोनाकाल के बाद होने जा रही कांवड़ यात्रा में इस बार 4 से 5 करोड़ कांवड़ियों की आने की संभावना है। ऐसे में कांवड़ मेले के सफल संचालन को लेकर उत्तराखंड और अन्य राज्यों से भारी पुलिस बल तैनात करने की तैयारी है। डीआईजी गढ़वाल केएस नगन्याल के अनुसार, बाहरी राज्यों से 10 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की डिमांड की गई है। जिसकी सहमति बन गई है। वहीं, 10 कंपनी उत्तराखंड की पीएसी, आईआरबी और एसडीआरएफ समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगी। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर खासतौर पर राज्य से लगती बॉर्डर क्षेत्र में चेक पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
पैदल कांवड यात्रियों का यातायात प्लान
मेरठ, मुजफ्फरनगर की ओर जाने वाले पैदल कांवड यात्री हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर रोडीबेलवाला रैम्प से केशव आश्रम तिराहा से ओमपुल के सामने रेगुलेटर के ऊपर से होते हुए शंकराचार्य चौक से नहर पटरी से सिंहद्वार चौक से आर्यनगर चौक से ज्वालापुर लालपुल पार कर जटवाड़ा पुल से नहर पटरी होते हुए प्रस्थान करेंगे।
नजीबाबाद/मुरादाबाद की ओर जाने वाले पैदल कांवड यात्री हरकी पैड़ी से सीसीआर चौक से बाई ओर होते हुए दीनदयाल पार्किंग अंडर पास होते हुए आस्था पथ से आनन्द वन समाधी पार्किंग से चौकी रोडबलेवाला के सामने से सर्विस रोड होते हुए चंडी चौक से तिरछा पुल से पहले नहर पटरी मार्ग से रसियाबढ होते हुए भेजे जाएंगे।
देहरादून/ऋषिकेश की ओर जाने वाले पैदल कांवड यात्री हरकी पैड़ी से भीमगौडा बैरियर से खड़खडी़ चौकी होते हुए सूखी नदी बैरियर से दूधाधारी तिराहे से हाइवे से अपने गन्तव्य को जाएंगे।