उत्तराखंड: प्रकृति की खूबसूरती का जब भी जिक्र होता है तो सबसे पहले कश्मीर की वादियाँ जेहन में आती हैं। हालाँकि प्राकृतिक खूबसूरती के लिहाज से अपना उत्तराखंड भी किसी से कम नहीं है। बस जरुरत है तो यहाँ के खूबसूरत स्थानों को पर्यटन के रूप में विकसित करने की। ताकि देश दुनिया के पर्यटक यहाँ की खूबसूरती का नजारा देख सकें। आज हम बात कर रहे हैं उत्तराखण्ड के सीमांत क्षेत्र पिथौरागढ़ जिले के अंतर्गत खूबसूरत पर्वतीय स्थल मुनस्यारी की जो चारो ओर से पर्वतों से घिरा हुआ है और जिसके सामने विशाल हिमालय पर्वत श्रंखला का विश्व प्रसिद्ध पंचचूली पर्वत (हिमालय की पांच चोटियां) है। यहाँ कश्मीर की तर्ज पर विशालतम ट्यूलिप गार्डन बनाया गया है। जहाँ इन दिनों देसी और विदेशी किस्म के हजारों फूल इस क्षेत्र की खूबसूरती पर चार चाँद लगा रहे हैं।
आपको याद होगा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन बनाया जा रहा है। 50 हेक्टेयर जमीन पर बनने वाले इस ट्यूलिप गार्डन के लगभग एक हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बीते 04 फरवरी को 25 हजार ट्यूलिप बल्ब लगाए गए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विस्तार से इसके बारे में जानकारी भी साझा की है। उन्होंने बताया कि 30 हेक्टेयर में फैले मुनस्यारी नेचर एजुकेशन और ईको पार्क सेंटर “Munsyari Nature Education and Eco Park Center” का एक हिस्सा ट्यूलिप गार्डन के रूप में विकसित किया जा रहा है और यह पिथौरागढ़ में बन रहे ट्यूलिप गार्डन से अलग है। इस पार्क में Huts के साथ टेन्ट में रहने की सुविधा भी उप्लब्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में प्रदेश का कार्यभार संभालने के बाद से मेरी सरकार की हर सम्भव कोशिश इस बात पर रही है कि हम हर क्षेत्र में ढांचागत सुधार के साथ साथ प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति का उपयोग जीविकोपार्जन के लिये भी करें और इसी क्रम में मुन्स्यारी ईकोपार्क की स्थापना की गई है। यहाँ देखें मुन्स्यारी ट्यूलिप गार्डन के कुछ नज़ारे
ये कश्मीर नहीं उत्तराखंड है जनाब
Posted by Devbhoomisamvad on Sunday, 10 May 2020
पिथौरागढ़ जिले में पड़ने वाला मुनस्यारी उत्तराखंड के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है। यह काठगोदाम, हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से मुनस्यारी की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है और नैनीताल से 265 किलोमीटर है।
2017 में प्रदेश का कार्यभार संभालने के बाद से मेरी सरकार की हर सम्भव कोशिश इस बात पर रही है कि हम हर क्षेत्र में ढांचागत सुधार के साथ साथ प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति का उपयोग जीविकोपार्जन के लिये भी करें और इसी क्रम में मुन्स्यारी ईकोपार्क की स्थापना की गई है । https://t.co/D8msO7zlo0
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) May 9, 2020