fake RT-PCR negative report

ऋषिकेश : पर्यटकों को कथित तौर पर फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट जारी करने के मामले में मुनीकीरेती पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में से एक पुरुष और एक महिला है। दोनों आरोपित अलग-अलग मेडिकल लैब से जुड़े हुए हैं। पुलिस के अनुसार आरोपी युवक ने दिल्ली से आए आठ युवकों से फर्जी रिपोर्ट के लिए पांच हजार रुपये लिए थे।

मुनि की रेती के थाना प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि ऐसी शिकायत मिली थी कि दिल्ली से यहां आने वाले पर्यटकों की ओर से दिखाई गई आठ आरटी-पीसीआर रिपोर्ट जांच में फर्जी पाई गई। इसके बाद ये गिरफ्तारियां हुई।

दरअसल, बीते दिनों टिहरी जनपद की सीमा पर तपोवन में बनाई गई चेक पोस्ट पर एक ही लैब की अलग-अलग कोविड आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट मिली। स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट के फर्जी होने का शक हुआ था। इस मामले में संबंधित लैब ने इस तरह की रिपोर्ट जारी करने से इनकार किया. मामला मीडिया में आने के बाद इसका संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने ढालवाला के समीप बनी चेक पोस्ट का औचक निरीक्षण किया।

इस दौरान हरियाणा से आए कुछ व्यक्तियों ने उन्हें पैसे लेकर नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट उपलब्ध कराने की बात बताई, जिस पर मौके से एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया था। जांच में पता चला कि युवक ने आठ व्यक्तियों से 5000 रुपए लेकर उन्हें फर्जी आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट उपलब्ध कराई थी। इस मामले में पुलिस ने युवक की एक अन्य महिला साथी को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम विनय बिष्ट निवासी 14 बीघा तथा शीतल स्नेही जाटव निवासी अंबेडकर नगर ऋषिकेश बताया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित विनय बिष्ट स्टार इमेजिंग कंपनी का कर्मचारी है। इस कंपनी को बॉर्डर चेक पोस्ट पर एंटीजन टेस्ट के लिए अधिकृत किया गया है, जबकि दूसरी आरोपित शीतल स्नेही जाटव नोवस पैथोलॉजी लैब में कंप्यूटर ऑपरेटर है। उन्होंने बताया कि विनय बिष्ट मौका देख कर एंटीजन जांच कराने आए व्यक्तियों के सैंपल ले लेता था और उन्हें लैब में जान पहचान होने की बात कहकर जल्दी रिपोर्ट देने का लालच देकर पैसे ऐंठता था। वहीँ आरोपी महिला शीतल फर्जी जांच रिपोर्ट का प्रिंट निकालती थी। वह इससे पहले 22 फर्जी रिपोर्ट बनाकर दे चुकी है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है। इस फर्जीवाड़े में कोई और भी संलिप्त पाया गया तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।