Landslide in Pauri garhwal: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। मंगलवार को उत्तरकाशी जपनद के धराली गांव में बादल फटने से हुई तबाही ने सभी को झकझोर कर राख दिया है। धराली आपदा में 4 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि बड़ी संख्या में लोग लापता हैं। अब तक 135 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। इसके साथ ही हर्षिल क्षेत्र में स्थित आर्मी कैंप को भी नुकसान पहुंचा है। कई सैनिकों के लापता होने की खबर आ रही है।
इसबीच पौड़ी गढ़वाल के बुरासी गांव और थलीसैंण के बांकुड़ा गांवों में भारी भूस्खलन की सूचना मिली है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बुरासी गांव में भारी भूस्खलन से मलबे में दबने से दो महिलाओं की मौत हो गई। साथ ही यहां कई मवेशियों की भी जान चली गई। तेज बारिश के कारण गांव में भारी नुकसान पहुंचा। साथ ही थलीसैंण तहसील के बाँकुड़ा गांव में 5 नेपाली मजदूरों के बहने की सूचना है, उनकी तलाश जारी है।
बुरासी गांव में बुधवार सुबह बिमला देवी (पत्नी स्व. बलवंत सिंह भंडारी) और आशा देवी (पत्नी स्व. प्रेम सिंह नेगी) मलबे में दब गईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं अमर सिंह के आवासीय भवन और गौशाला भी मलबे में दब गई। हादसे में कई मवेशी मर गए। जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है।
इसके अलावा पास के सैजी गांव में भी कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। जनकल्याण सामाजिक समिति ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत और सहायता दी जाए। समिति ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें, सुरक्षित स्थानों पर रहें।
पौड़ी जिलाधिकारी ने बताया कि पौड़ी तहसील के बुरासी और थलीसैंण के बांकुड़ा गांवों में भी जानमाल की हानि का आकलन युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बंद पड़े मोटर मार्गों को खोला जा चुका है तथा अन्य को प्राथमिकता के आधार पर तत्काल खोलने की कार्रवाई जारी है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पौड़ी तहसील के बुरांसी गांव में दो महिलाओं के मलबे में दबे होने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिसमें से एक महिला का शव बरामद कर लिया गया है, दूसरी महिला की तलाश की जा रही है। साथ ही थलीसैंण तहसील के बाँकुड़ा गांव में 5 नेपाली मजदूरों के बहने की सूचना है, उनकी तलाश जारी है।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पाबौ के कलगाड़ी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर टूटे पुल के लिए बैली ब्रिज मंगवाया जा रहा है, साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री दी जा रही है।
तहसील पौड़ी अंतर्गत रैदुल क्षेत्र में भूस्खलन की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया तत्काल प्रभावित स्थल के लिए रवाना हुईं। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर पहुंचकर भूस्खलन को हटवा कर सड़क मार्ग को खुलवाया गया तथा विभागीय अधिकारियों के साथ गांव पहुंचकर स्थिति का गहन निरीक्षण किया गया, साथ ही प्रभावित परिवारों की हरसंभव सहायता सुनिश्चित करने की कार्यवाही शुरू की गयी।
जिलाधिकारी ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर प्रभावित परिवारों को राहत केंद्रों पर ठहराने, भोजन, इमरजेंसी लाइट्स, जीवन रक्षक दवाओं, तथा पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था अविलंब सुनिश्चित करायी जा रही है।
आपदा की गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक विभागों — राजस्व, पुलिस, लोक निर्माण, विद्युत, खाद्य एवं रसद आदि — के अधिकारियों को तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। सभी विभागों को सतत निगरानी रखते हुए राहत एवं पुनर्वास कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर सुनिश्चित करने की कार्यवाही की जा रही है।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि जिला नियंत्रण कक्ष में मुख्य विकास अधिकारी तथा अपार जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रभावित क्षेत्रों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। जिला प्रशासन पूरी सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ हालात पर नजर बनाए हुए है। साथ ही असुरक्षित मोटर मार्गों पर जान माल की हानि को देखते हुए आवागमन में एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।