UKSSSC Paper Leak Case: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखंड (UKSSSC) पेपर लीक मामले में STF ने एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित का नाम तुषार चौहान है। और वह जसपुर, उधम सिंह नगर का रहने वाला है। इसके साथ ही इस मामले में अब तक 14 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है। जिनमें से चार सरकारी कर्मचारी व तीन संविदा पर नौकरी करने वाले कर्मचारी शामिल हैं।
आरोपित तुषार चैहान खुद अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखंड की ओर से दिसंबर 2021 में आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में अभ्यर्थी था और उसने लीक पेपर की मदद से परीक्षा में 163वीं रैंक हासिल की थी। एसटीएफ ने सबूतों के आधार पर तुषार चौहान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।।
जांच में खुलासा हुआ है कि मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी) उधमसिंहनगर द्वारा तुषार चैहान थाना जसपुर, उधमसिंहनगर को 15 लाख रुपये में पेपर उपलब्ध कराया गया था। उसके साथ मिलकर रामनगर के रिजॉर्ट में परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र को 3-4 अन्य अभ्यार्थियों को पेपर साल्व कराया गया।
आरोपी तुषार चौहान परीक्षा में साक्ष्य को छुपाने का षड्यंत्र कर रहा था, जिससे एसटीएफ की जांच प्रभावित हो सकती थी। जांच को प्रभावित करने के आरोप में ये गिरफ्तारी हुई है। इसके साथ ही एसटीएफ लखनऊ स्थित आउटसोर्स कंपनी में भी सारी चीजें खंगाल रही है। इस मामले में जांच के दौरान एक और बड़ी बात सामने आई है कि पेपर बनाने के लिए जिस आउटसोर्सिंग कंपनी को काम दिया गया था वहां से, पेपर प्रिंटिंग और पैकिंग के दौरान के सीसीटीवी फुटेज गायब हैं। संभावना है कि षडयंत्र के तहत ये सीसीटीवी फुटेज हटाए गए होंगे।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षाएं आयोग के गठन से ही विवाद में रही हैं। आयोग के गठन को करीब आठ वर्ष हो गए हैं। इस बीच नियुक्त दो अध्यक्षों ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस पूरे मामले से न केवल आयोग की किरकिरी हो रही है, बल्कि इससे लाखों बेरोजगारों के विश्वास पर कुठाराघात हुआ।