UKSSSC PAPER LEAK CASE: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी खालिद मलिक को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले खालिद की दो बहनें हिना और साबिया भी पुलिस हिरासत में हैं। खालिद तीन दिनों से फरार था। पुलिस के अनुसार, खालिद मलिक को हरिद्वार से पकड़ा गया और अब उसे देहरादून ले जाया जा रहा है, उससे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि इस मामले की पूरी साजिश का खुलासा हो सके।
इस मामले में पुलिस ने देहरादून के रायपुर थाने में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सोमवार को खालिद की बहन हिना और प्रश्न पत्र हल करने में शामिल प्रोफेसर सुमन को हिरासत में लिया गया था। इसके बाद खालिद की दूसरी बहन साबिया को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस जांच में पता चला कि खालिद ने हरिद्वार के पथरी स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज से परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र की तस्वीरें खींचकर व्हाट्सएप के जरिए बाहर भेजी थीं। हालांकि, यह भी जांच की जा रही है कि कहीं तस्वीरें किसी अन्य स्रोत से तो खालिद तक नहीं पहुंची थीं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) देहरादून अजय सिंह ने कहा, जांच में साजिश का एंगल सामने आया है, इसलिए इस पर कोई भी बयान विस्तृत पूछताछ के बाद ही देना उचित होगा। फिलहाल, खालिद को हिरासत में लिया गया है क्योंकि वह इस मामले में वांटेड था।
उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि इसमें कोई संगठित गिरोह शामिल नहीं है, और यह किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह द्वारा किया गया है। हम दोनों एंगल से जांच कर रहे हैं। एक साजिश के एंगल से और दूसरा यह कि उसने पेपर के 12 सवाल कैसे लीक किए। जांच अभी जारी है, पूछताछ चल रही है। उसकी बहन को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
क्या है मामला?
रविवार 21 सितंबर को उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित हुई थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद प्रश्नपत्र के तीन पन्ने सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे, जिससे हड़कंप मच गया था। आनन-फानन में इस संबंध में यूकेएसएसएससी ने देहरादून एसएसपी अजय सिंह को एक प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर एसआईटी गठित की गई। आयोग ने पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि खालिद नाम के युवक ने आयोग की परीक्षा के लिए चार अलग-अलग पहचान के साथ आनलाइन आवेदन किए थे। इन चारों आवेदन पत्रों में पिता का नाम, मोबाइल नंबर और यहां तक कि फोटो भी अलग-अलग लगाए गए थे।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने मामले की जांच पुलिस अधीक्षक देहात जया बलूनी को सौंपी है। जया बलूनी के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादरपुर जट का निरीक्षण किया। इसी केंद्र से प्रश्न पत्र बाहर आया था। टीम ने परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों और अन्य गवाहों से लंबी और विस्तार से पूछताछ की।
एसपी देहात जया बलूनी ने बताया कि आरोपी खालिद मलिक की बहन साबिया को आरोपी के बहादुरपुर जट स्थित परीक्षा केंद्र से प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने की जानकारी थी। उसके बावजूद भी उसके द्वारा प्रश्न पत्रों के प्राप्त फोटो को सॉल्व करने के लिए प्रोफेसर सुमन को भेजते हुए उनसे बातचीत की और प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए। महिला आरोपी ने पूरी जानकारी होने के बाद भी नकल कराने के उद्देश्य से प्रश्नों को भेजने और उनके उत्तर प्राप्त करने के संबंध में प्राप्त सबूतों के आधार पर आरोपी साबिया को गिरफ्तार किया गया।
वहीँ खालिद की दूसरी बहन हीना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि खालिद ने पहले ही घर में कहा था कि उसने कई फॉर्म इसलिए भरे हैं ताकि जिस परीक्षा केंद्र पर नकल की सेटिंग होगी, वहीं परीक्षा दे सके। पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला कि खालिद की बहन साबिया ने खालिद के फोन से ये प्रश्न टिहरी में सहायक प्रोफेसर सुमन के फोन पर भेजे और उनसे जवाब लिए। साबिया ने खालिद को परीक्षा में नकल कराने के मकसद से सुमन को प्रश्नपत्र की फोटो भेजी और जवाब हासिल किए। इसलिए मामले में उसकी भूमिका को देखते हुए उसे गिरफ्तार किया गया है। हीना और लीक प्रश्नों के जवाब तैयार करने वाली सहायक प्रोफेसर सुमन अभी पुलिस हिरासत में है।
खालिद की गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड पुलिस को एक और शख्स की तलाश है। ये वही शख्स है जिसने एग्जाम सेंटर के अंदर मोबाइल पहुंचने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसी शख्स के जरिये पेपर के पन्ने बाहर आये, जिसे पेपर लीक की असली वजह माना जा रहा है। खालिद की गिरफ्तारी के बाद उसके मददगारों पर भी पुलिस एक्शन की तैयारी में है। जिसके लिए लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
हरिद्वार से मास्टरमाइंड खालिद मलिक गिरफ्तार
वहीं, पेपर लीक केस के मास्टरमाइंड खालिद मलिक को पुलिस ने हरिद्वार से दबोच लिया है। मोबाइल से अहम जानकारी मिली। अब पुलिस उसे देहरादून लाने की तैयारी कर रही है। हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल और देहरादून एसएसपी अजय सिंह की ओर से गोपनीय स्थान पर परीक्षा के नकलबाज से पूछताछ जारी है।
खालिद का बैकग्राउंड
खालिद मलिक सुल्तानपुर का रहने वाला है और एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी पांच बहनों में से केवल एक ने स्नातक की पढ़ाई की है। खालिद तीन साल पहले देहरादून में जूनियर इंजीनियर (जेई) के पद पर संविदा पर कार्यरत था, लेकिन बाद में उसे हटा दिया गया। इसके बाद से वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि खालिद के घर पर अवैध बिजली आपूर्ति पाई गई, जिसके लिए उसके पिता के खिलाफ धारा 135 विद्युत अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसआईटी जांच और पुलिस का बयान
यूकेएसएसएससी के शिकायती पत्र के आधार पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों के स्रोत की जांच की। जांच में पता चला कि टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत सुमन को खालिद की बहन साबिया ने प्रश्न पत्र की तस्वीरें भेजी थीं। सुमन ने इन तस्वीरों को एक अन्य व्यक्ति को भेजकर मामले को सनसनीखेज बनाने में मदद की।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि अभी तक की जांच में पेपर लीक जैसा कोई बड़ा संगठित षड्यंत्र सामने नहीं आया है। यह कुछ व्यक्तियों का व्यक्तिगत प्रयास प्रतीत होता है। खालिद से पूछताछ जारी है, और यह पता लगाया जा रहा है कि 12 प्रश्न कैसे और क्यों वायरल किए गए।