uttarakhand-aandolan-files

uttarakhand files: कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और विस्थापन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। एक छोटे बजट की यह फिल्म मात्र 12 दिन में लगभग 200 करोड़ का कारोबार कर चुकी है। बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्न‍िहोत्री के निर्देशन में बनी इस फिल्म में 90 के दशक में कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को दिखाया गया है।

“द कश्मीर फाइल्स” फिल्म की तर्ज पर अब “उत्तराखंड आंदोलन फाइल्स” फिल्म भी बनने वाली है। इस फिल्म को बनाने का बीड़ा देहरादून के युवा अभिषेक भट्ट ने उठाया है। जिसकी कवायद शुरू हो गई है। अभिषेक भट्ट ने इस फिल्म को बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। उन्होंने 16 मार्च को “उत्तराखंड आंदोलन फाइल्स” फिल्म का टाइटल और सार (सिनोप्सिस) के कॉपीराइट का रजिस्ट्रेशन भी करवा दिया है।

बता दें कि 90 के दशक में कुछ इसी तरह का अत्याचार पृथक उत्तराखंड राज्य की मांग कर रहे आन्दोलनकारियों के साथ भी हुआ था। जब अविभाजित उत्तर प्रदेश से पृथक उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर दिल्ली आ रहे सैकड़ों निहत्थे आन्दोलनकारियों को पुलिस ने गोलियां बरसा दी थी, इस गोलीकाण्ड में कई आन्दोलनकारी शहीद हुए थे। यही नहीं पुलिस के दरिंदों ने इस घटना के दौरान आन्दोलनकारी महिलाओं की आबरू लूटी थी। उत्तराखंड राज्य आन्दोलन के दौरान सबसे पहले खटीमा गोलीकाण्ड हुआ था, उसके बाद मसूरी गोलीकाण्ड, रामपुर तिराहा (मुज़फ़्फ़रनगर) गोलीकाण्ड, देहरादून गोलीकाण्ड, कोटद्वार गोलीकाण्ड, नैनीताल गोलीकाण्ड तथा श्रीयन्त्र टापू (श्रीनगर) गोलीकाण्ड में कई आन्दोलनकारियों ने शहादत दी थी।

उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान आन्दोलनकारियों पर हुए अत्याचार के प्रति उत्तराखंड के युवाओं को जागरूक करने के लिए अभिषेक भट द्वारा इस विषय पर एक फिल्म बनायीं जा रही है। भट्ट का कहना है कि ज्यादातर युवाओं को नहीं पता कि किस प्रकार पहाड़ी प्रदेश के लिए हमारे लोगों ने अपनी शहादत दी, इसलिए इस फिल्म के माध्यम से हमारे युवाओं सहित देश दुनिया को पता लगेगा कि उत्तराखंड के लिए यहां के लोगों ने कितना कुछ खोया। फिल्म का नाम और सार का रजिस्ट्रेशन करने के बाद अब वह उत्तराखंड आंदोलन से जुड़ी हर घटना और उस समय की परिस्थितियों का अध्ययन कर रहे हैं। साथ ही उत्तराखंड आंदोलन से जुड़े सभी आंदोलनकारियों से भी जानकारी ले रहे हैं। भट्ट ने बताया कि अभी फिल्म के प्री प्रोडक्शन का काम चल रहा है। उनका प्रयास है कि 2024 तक ये फिल्म पर्दे पर आ जाए। भट्ट ने देहरादून के एक कॉलेज से मास कम्युनिकेशन करने के बाद दो वेब सीरीज भी बनाई है। जिनको अच्छा खासा रिस्पॉन्स भी मिला है। साथ ही भट्ट अपना एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं।