Uttarakhand Assembly Election 2022: उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी तथा कांग्रेस पार्टी में हुए टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में फैले असंतोष और बगावत ने राज्य के दोनों बड़े राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ा दी है। बता दें कि टिकट न मिलने से नाराज चल रहे भाजपा तथा कांग्रेस के कई दावेदारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन करवा लिया था। जिसके बाद दोनों पार्टियों ने अपने अपने बागी नेताओं को मनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। बीजेपी की बात करें तो पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट को कुमाऊं, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को हरिद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद तीरथ सिंह रावत को गढ़वाल क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य और मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी लगातार बागियों को मनाने में लगे थे। वहीँ कांग्रेस की ओर से भी कई दिग्गज बागियों को मनाने की लगातार कोशिश में थे।

हालाँकि नाम वापसी के दिन कल दोनों पार्टी अपने-अपने कुछ बागी कार्यकर्ताओं को मनाने में सफल रही और निर्दलीय के रूप में ताल ठोकने वाले दोनों दलों के कई कार्यकर्ताओं ने अपने नाम वापस ले लिए। बावजूद इसके अब भी कई सीटों पर बागी कार्यकर्ता दोनों पार्टियों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। नाम वापसी का समय निकल जाने के बाद भी भाजपा के 14 तथा कांग्रेस के 7 बागी चुनावी रण में डटे हुए हैं।

नामांकन वापसी के दिन भाजपा डोईवाला सीट पर सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार व वीरेंद्र रावत तथा कालाढूंगी सीट पर पूर्व दायित्वधारी गजराज सिंह बिष्ट, घनसाली सीट पर सोहनलाल खंडेलवाल, पिरान कलियर सीट पर जय भगवान सैनी को मनाने में सफल रही। तो कांग्रेस पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण समेत पांच प्रमुख उम्मीदवारों को मनाने में सफल रही है।

परन्तु कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंता कि बात है कि नैनीताल जिले की लालकुआं सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़ी बागी डॉ. संध्या डालाकोटी ने नाम वापस नहीं लिया। जिसके चलते हरीश रावत के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा हो सकती हैं। बता दें कि कांग्रेस ने पहले लालकुआं से संध्या डालाकोटी को टिकट दिया गया था, लेकिन रामनगर सीट के टिकट को लेकर हरीश रावत व रंजीत रावत में छिड़ी जंग के बाद लालकुआं से संध्या डालाकोटी का टिकट काटकर हरीश रावत को दे दिया गया। जिसके बाद संध्या डालाकोटी ने बगावती तेवर दिखाते हुए निर्दलीय के रूप में नामांकन करवा दिया।

वहीँ लालकुआं सीट पर भाजपा के बागी नेता पवन चौहान ने भी अपनी पार्टी की मुसीबतें बढ़ाई हुई हैं। इसके अलावा रुद्रपुर में भी भाजपा के बागी विधायक राजकुमार ठुकराल ने पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर रहे हैं।

रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट से कांग्रेस के बागी मातवर सिंह कंडारी चुनाव मैदान में डटे हैं। जबकि बागेश्वर में कांग्रेस के बागी भैरवनाथ टम्टा और बालकृष्ण मैदान में डटे हैं। हालाँकि की दोनों पार्टियों ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है और अब भी बागियों को मनाने का प्रयास लगातार जारी है।

बीजेपी के ये बागी उम्मीदवार अब भी मैदान में

  1. विधायक राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर)
  2. पूर्व विधायक महावीर रांगड़ (धनोल्टी)
  3. टीकाराम मैखुरी (कर्णप्रयाग)
  4. धीरेंद्र चौहान (कोटद्वार)
  5. वीर सिंह पंवार (धर्मपुर)
  6. दिनेश रावत (देहरादून कैंट)
  7. दर्शनलाल (घनसाली)
  8. जितेंद्र नेगी (डोईवाला)
  9. कमलेश भट्ट (चकराता)
  10. मनोज कोली (यमुनोत्री)
  11. अजय तिवारी (किच्छा)
  12. मनोज शाह (भीमताल)
  13. पवन चौहान (लालकुंआ)
  14. टेकबल्लभ नितिन शर्मा (रुड़की)

कांग्रेस के बागी उम्मीदवार अब भी मैदान में

  1. भीमलाल आर्य (घनसाली)
  2. संजय डोभाल(यमुनोत्री)
  3. मातबर सिंह कंडारी (रुद्रप्रयाग)
  4. संध्या डालाकोटी (लालकुआं)
  5. बालकृष्ण (बागेश्वर)
  6. भैरवनाथ (बागेश्वर)
  7. संजय नेगी(रामनगर)