नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में मंगलवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए। शहीद जवानों में से एक उत्तराखंड के चंपावत जिले के शहीद राहुल रैंसवाल हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह दक्षिणी कश्मीर में पुलवामा के पंपोर इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सीआरपीएफ की टीम ने अवंतिपोरा के जंतरनाग गांव में आतंकियों की तलाश के लिए सख्त घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस बीच आतंकियों ने गोलीबारी कर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में करीब 2 घंटे तक हुई गोलीबारी के बाद सेना ने दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है। हालाँकि तलाशी के दौरान किसी भी आतंकी का शव बरामद नहीं हो पाया। परन्तु इस मुठभेड़ के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक एसपी रैंक अधिकारी शाहबाज अहमद और भारतीय सेना का एक जवान राहुल रैंसवाल शहीद हो गए। 18 कुमाऊं रेजिमेंट के जवान राहुल रैंसवाल उत्तराखंड के चंपावत जिले के रहने वाले थे। 25 साल के शहीद राहुल रैंसवाल के पिता वीरेंद्र सिंह रैंसवाल, माता हरू देवी और पत्नी प्रीति चंपावत के कनलगांव में रहते हैं। राहुल के शहीद होने की खबर मिलते ही उनके घर में कोहराम मच गया है। राहुल 2012 में 18 कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुये थे। जबकि शहीद का बड़ा भाई राजेश रैंसवाल भी 2009 से फौज में है। और इस वक्त 15 कुमाऊं में लखनऊ में तैनात है। शहीद की पार्थिव देह बृहस्पतिवार तक यहां पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
Correction: Awantipora, Pulwama (J&K) encounter: One Indian Army jawan and one SPO* of J&K Police have lost their lives during the encounter. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/P4NkBdrTN4
— ANI (@ANI) January 21, 2020