Uttarakhand Mahakauthaig: दिल्ली-एनसीआर में उत्तराखंडी पारम्परिक लोक कला एवं हस्तशिल्प का सबसे बड़ा मेला (उत्तराखंड महाकौथिग) इस बार भी 5 दिनों तक नोएडा स्टेडियम में आयोजित होने जा रहा है। 21 दिसंबर से 25 दिसम्बर 2023 तक चलने वाले 13वें महाकौथिग के आयोजन को लेकर रविवार को आयोजन समिति पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था द्वारा नोएडा नोएडा स्टेडियम में मेला समिति के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी। इस बार बैठक में सभी पूर्व अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया था। बैठक में महाकौथिग के भव्य आयोजन को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी।
महाकौथिग के मुख्य संयोजक राजेन्द्र चौहान ने बताया कि इस बार 5 दिवसीय महाकौथिग 21 से 25 दिसंबर 2023 तक नोएडा स्टेडियम में चलेगा। इसके अलावा इस बार महाकौथिग का मंच उत्तरकाशी के काशी विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति के रूप में बनेगा। बता दें कि उत्तराखंड में उत्तरकाशी में ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर स्थित भगवान भोलेनाथ का काशी विश्वनाथ मंदिर सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है।
राजेन्द्र चौहान ने बताया कि नोएडा मे सर्वप्रथम उन्हीं के द्वारा प्रवासी उत्तराखंडियों की एकजुटता के प्रयास हेतु एक कौथिग के आयोजन की शुरुआत की गई थी। समय, हालात और परिस्थितियों के अनुरूप उस समय यह मेला छोटे स्तर का था। मगर आज यह कौथिग राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली मे उत्तराखंड वासियों का पारम्परिक लोक कला एवं हस्तशिल्प का सबसे विराट मेला (महाकौथिग) बन चुका है।
उन्होंने बताया कि इस बार महाकौथिग 21 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक प्रातः 10:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक सेक्टर-21A स्थित नोएडा स्टेडियम में आयोजित होगा। जिसमे उत्तराखंड के जाने-माने लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। जहाँ आप सभी को उत्तराखंड की लोक संस्कृति रीति रिवाज औद्योगिक विकास एवं धार्मिक परंपराओं व प्रगति का अद्भुत संगम एक ही जगह नोएडा स्टेडियम मे देखने को मिलेगा।
गौरतलब है कि हर साल इस मेले को देखने के लिए दिल्ली-एनसीआर में रह रहे उत्तराखंड मूल के लाखों लोग पहुँचते है। मेले में पहाड़ी व्यंजनों को खासतौर से रखा जाता है। इस महाकौथिग पर्व का सभी युवा, बुजुर्ग, महिलाएं व बच्चों को खासा इंतजार रहता है। आयोजन समिति ने बताया कि इस बार भी महाकौथिग में पहाड़ों की कला संस्कृति दिखाई जाएगी। महाकौथिग में उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों के स्टाल लगेंगे, जहाँ से लोग उत्तराखंड के व्यंजन, दाल, अनाज, पहाड़ी मिठाई, कपड़े आदि सामाग्री खरीद सकते हैं। महाकौथिग का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों, पर्यटन, कृषि, औद्योगिक विकास एवं लोककला व संस्कृति को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर मुख्य संयोजक राजेंद्र चौहान, अध्यक्ष आदित्य घिल्डियाल, महासचिव लक्ष्मण रावत, हरीश असवाल, जगत रावत, महेश नेगी, नीरज शर्मा, सौरभ धस्माना, मीडिया प्रभारी रजनी जोशी, सुबोध थपलियाल, इंदिरा चौधरी, बलराज, वीना कोठारी, भगवती प्रसाद जुयाल, विजेंद्र सिंह, नीरज शर्मा, हरेंद्र शर्मा, हरिदत भट्ट, डीएस रावत, गिरीश कोटनाला, विकास, तान्या आर्य, पूजा भट्ट, सीमा पवार, रेखा चौहान, राजेंद्र रावत आदि उपस्थित रहे।