NITI Aayog SDG Report: नीति आयोग भारत सरकार ने शुक्रवार को SDG 2023-24 की रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में उत्तराखंड ने सर्वाधिक अंक लेकर पूरे देश मे पहला स्थान हासिल किया है। सतत विकास लक्ष्य (SDG INDEX) की निगरानी रखने वाले नीति आयोग द्वारा कई मानकों पर राज्यों को अंक दिए जाते हैं और इन सभी में कलेक्टिव बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों को रैंकिंग में बेहतर स्थान मिलता है. उत्तराखंड ने इस साल की रिपोर्ट में नंबर वन की रैंक हासिल की। जबकि बिहार की स्थिति सबसे खराब रही। बिहार इस लिस्ट में सबसे नीचे है। नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने SDG रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नीति आयोग की SDG रिपोर्ट में उत्तराखंड के टॉप रैंक हासिल करने पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश की देवतुल्य जनता के आशीर्वाद और सहयोग से ये उपलब्धि हासिल हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल के बेहतर कार्यों और अधिकारियों की वजह से उत्तराखंड सतत विकास लक्ष्य के लिहाज से नंबर वन की रैंक लाने में कामयाब हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और उनके नेतृत्व के कारण राज्य भी लगातार बेहतर कदम उठा रहा है और इसीलिए उत्तराखंड आज विकास की तरफ बढ़ रहा है।
उत्तराखंड और केरल टॉप पर
इन मानकों पर उत्तराखंड और केरल 79 अंकों के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं। इनके बाद तमिलनाडु (78) और गोवा (77) का स्थान है। दूसरी तरफ बिहार (57), झारखंड (62) और नगालैंड (63) इस वर्ष के सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य बने हैं। वहीं, केंद्रशासित प्रदेशों में चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और दिल्ली शीर्ष पांच में शामिल किए गए हैं।
पर्यावरणीय मापदंडों में उत्तराखंड आगे:
नीति आयोग द्वारा जारी एसडीजी रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड पर्यावरणीय मापदंडों, आर्थिक रूप से उठाए गए बेहतर कदम और सामाजिक क्षेत्र में किए गए कार्यों और योजनाओं को लेकर सबसे बेहतर रहा है। उत्तराखंड के बाद केरल ने भी इस क्षेत्र में सबसे बेहतर कदम उठाकर अच्छी रैंकिंग पानी में कामयाबी हासिल की है।
नई रैंकिंग
रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड, केरल और तमिलनाडु शीर्ष तीन प्रदर्शन करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं, जबकि बिहार, झारखंड और नागालैंड सबसे कम प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं। केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ सबसे ऊपर है, जबकि लद्दाख सबसे नीचे है।
लेटेस्ट रिपोर्ट में, 2023-24 के लिए भारत का समग्र एसडीजी स्कोर 71 हो गया है, जो 2020-21 में 66 और 2018 में 57 (बेसलाइन रिपोर्ट) से उल्लेखनीय वृद्धि दिखाती है। राज्यों के लिए स्कोर अब 2023-24 के लिए 57 से 79 तक है, जो 2018 में देखी गई 42 से 69 की पिछली सीमा की तुलना में उल्लेखनीय सुधार दिखाती है।
लक्ष्य 1 (पॉवर्टी इरेडिकेशन), 8 (सभ्य कार्य और आर्थिक विकास), 13 (जलवायु कार्रवाई), और 15 (भूमि पर जीवन) में प्रगति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही है। जलवायु कार्रवाई ने स्कोर में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की, जो 2020-21 में 54 से बढ़कर 2023-24 में 67 हो गई। इसी तरह पॉवर्टी इरेडिकेशन ने इसी अवधि के दौरान अपने स्कोर में 60 से 72 तक सुधार किया।
राज्यों की स्थिति
एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में प्रगति में सकारात्मक बदलाव को दिखाता है। वर्तमान में, राज्य स्कोर 57 से 79 के बीच है, जबकि यूटी स्कोर 65 से 77 के बीच है। यह 2020-21 के स्कोर की तुलना में सुधार दिखाता है, जहां राज्यों का स्कोर 52 से 75 और यूटी 62 से 79 के बीच था।
रिपोर्ट के अनुसार, 2018 और 2023-24 के बीच, सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्य उत्तर प्रदेश (स्कोर में 25 की वृद्धि के साथ) हैं। इसके बाद जम्मू और कश्मीर (21), उत्तराखंड (19), सिक्किम (18), हरियाणा (17), असम, त्रिपुरा और पंजाब (16-16), और मध्य प्रदेश और ओडिशा (15-15) हैं।
क्या है SDG इंडिया इंडेक्स?
SDG इंडिया इंडेक्स 2023-24, जो सतत विकास लक्ष्यों (SDG) पर राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय प्रगति का आकलन करने के लिए भारत के प्राथमिक उपकरण का चौथा संस्करण है। यह सूचकांक सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के राष्ट्रीय संकेतक ढांचे (NIF) के साथ संरेखित 113 संकेतकों का उपयोग करके सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) की प्रगति को मापता है और उसकी निगरानी करता है। यह प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के लिए 16 SDG में प्रत्येक SDG लक्ष्य के लिए स्कोर की गणना करता है। प्रत्येक उप-राष्ट्रीय इकाई के समग्र प्रदर्शन को दर्शाने वाले समग्र स्कोर इन लक्ष्य-विशिष्ट स्कोर से प्राप्त किए जाते हैं। ये स्कोर 0 से 100 तक होते हैं, जहाँ 100 का स्कोर प्राप्त करना यह दिखाती है कि राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ने सभी लक्ष्य प्राप्त कर लिए हैं। उच्च स्कोर SDG प्राप्त करने की दिशा में अधिक प्रगति को दिखाती है।
कैसे काम करता है इंडेक्स?
इंडेक्स मेथाडोलॉजी में व्यवस्थित चरणों की एक श्रृंखला शामिल है। यह विशिष्ट संकेतकों के लिए कच्चे डेटा को इकट्ठा करने और डेटा में किसी भी अंतराल की पहचान करने से शुरू होता है। इसके बाद, प्रगति को मापने के लिए स्पष्ट बेंचमार्क प्रदान करने के लिए 2030 के लिए लक्ष्य मान निर्धारित किए जाते हैं। फिर कच्चे डेटा को 0 से 100 तक के स्कोर बनाने के लिए समायोजित किया जाता है। प्रत्येक SDG का समग्र स्कोर उसके प्रासंगिक संकेतकों के सामान्यीकृत स्कोर का औसत निकालकर निर्धारित किया जाता है।