जम्मू-कश्मीर के राजोरी सेक्टर से बहुत दुखद खबर आई है। राजौरी सेक्टर की कोटरंका सब डिवीजन के केसरी हिल इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में शुक्रवार को पांच जवान शहीद हो गए। मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों में से एक उत्तराखंड के चमोली जिले के रुचिन सिंह रावत भी हैं। मूल रूप से चमोली जिले के गैरसैंण के निवासी रुचिन रावत भारतीय सेना के 9 पैरा कमांडो में तैनात थे। लांस नायक रुचिन रावत के शहीद होने की खबर से गैरसैंण समेत उत्तराखंड में शोक की लहर है।
जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के गैरसैंण के कुनीगाड़ गांव को रुचिन सिंह रावत (उम्र 29 वर्ष) आज जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में मुठभेड़ के दौरान देश के लिए शहीद हो गए। रुचिन रावत के शहीद होने की सूचना पर उनके पैतृक गांव कुनीगाड़ में मातम छा गया है। गांव में उनके माता पिता का रो रोकर बुरा हाल है। शहीद अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व चार वर्षीय बच्चे को छोड़ गए।
जानकारी के अनुसार, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान जैसे ही संयुक्त टीमें संदिग्ध स्थान पर पहुंचीं, छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकियों ने एक विस्फोटक उपकरण दागा जिसकी चपेट में आकर पांच जवान शहीद हो गए। जबकि, एक अधिकारी समेत चार अन्य सैनिक घायल हो गए। घायल जवानों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया है।
शहीद हुए जवान
आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले पांच जवानों में रुचिन सिंह रावत, गैरसैंण ( उत्तराखंड), सिद्धांत क्षेत्री, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल), अरविंद कुमार, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश), नीलम सिंह (जम्मू एंड कश्मीर) और प्रमोद नेगी (हिमाचल प्रदेश) शामिल हैं।