गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान श्रीनगर गढ़वाल के युवा वैज्ञानिक डा. अरूण कुमार जुगरान को पांच साल के लिए भारतीय युवा विज्ञान अकादमी(INYAS) के सदस्य के रूप में चयनित किया गया है। डॉ. अरुण कुमार जुगरान INYAS अकादमी में शामिल होने वाले उत्तराखंड मूल के पहले युवा वैज्ञानिक हैं। डॉ. अरुण जुगरान की इस उपलब्धि पर समूचा उत्तराखंड गौरवान्वित है। INYAS के लिए प्रतिवर्ष देशभसर के कई युवा वैज्ञानिक प्रतिभाग करते हैं। प्रत्येक वर्ष सभी विज्ञान विषयों से INYAS के 20 नए सदस्यों को शामिल किया जाता है जिसकी आयु प्रवेश के समय 40 वर्ष से अधिक नहीं होती है। हालाँकि इस वर्ष भारतीय युवा विज्ञान अकादमी ने पूरे देश से 22 युवा वैज्ञानिक प्रतिभागियों को सदस्य के रूप में चुना है।
डा. जुगरान ने अपना शोध कार्य जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान कोसी, कटारमल अल्मोड़ा से बायोटेक्नोलॉजी में पूर्ण किया तथा वर्तमान में वह गढ़वाल क्षेत्रीय इकाई श्रीनगर में कार्यरत हैं। डा. जुगरान को 2013 में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग तथा 2012 में उत्तराखंड सरकार के यू-कॉस्ट द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। साथ ही सीएसआईआर नई दिल्ली द्वारा भी 2012 में उत्कृष्ट शोध के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया है। डा. जुगरान को युवा विज्ञान अकादमी में सदस्य के रूप में चयनित किए जाने पर संस्थान के वैज्ञानिकों एवं परिजनों ने खुशी व्यक्त की है।
डॉ. जुगरान का शोध समहू औषधीय पादप एवं परम्परागत कृषि में जैव प्रद्योगिकी के अनुप्रयोग, जैव विविधता संरक्षण में जैव प्रौद्यौगिकी तथा विज्ञान के विस्तार में जनता की भागीदारी इत्यादि विषयों पर सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।