Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई आपदा को 6 दिन बीत चुके हैं। सरकारी रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 1308 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीँ इस हादसे में लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
प्रशासन ने पहली बार बताया कि अभी भी 24 नेपाली मजदूरों समेत कुल 67 लोग लापता है, और उनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इनमें से धराली गांव के आकाश पंवार का शव बरामद हुआ है।
प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, लापता लोगों में 9 सेना के जवान, 13 स्थानीय, 6 यूपी, 1 टिहरी, 13 बिहार के और 24 नेपाल के लोग शामिल हैं। प्रशासन लापता परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। वहीं मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए सेना के खोजी कुत्ते और थर्मल इमेजिंग कैमरे लगाए गए हैं।
ज्यादातर नेपाल व बिहार के मजदूर थे
धराली गांव के प्रधान अजय नेगी ने बताया कि आपदा के दिन धराली में बिहार और नेपाल के मजदूर बहुत अधिक संख्या में थे। इनमें कल्प केदार मंदिर समेत कई स्थानों पर मजदूर डेरा डालकर और कमरा लेकर रह रहे थे। वहीं, कई होटलों में पर्यटक भी मौजूद थे। जिससे लापता लोगों की संख्या और बढ़ सकती है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने पुष्टि करते हुए कहा कि 5 अगस्त 2025 को धाराली गांव में आए बादल फटने और अचानक बाढ़ की त्रासदी में 43 लोग लापता हैं। लापता लोगों में 9 सैन्यकर्मी, 13 स्थानीय, 6 उत्तर प्रदेश, 1 टिहरी, 24 नेपाल और 13 बिहार के लोग शामिल हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और भारतीय सेना के रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं, जिसमें अब तक 1308 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
सोमवार को उत्तरकाशी में आपदा नियंत्रण कक्ष में पत्रकारों से रूबरू मंडलायुक्त ने बताया कि पहले 29 नेपाली श्रमिकों के लापता होने की सूचना मिली थी, जिनमें से पांच से मोबाइल नेटवर्क बहाल होने पर संपर्क हो चुका है। शेष 24 नेपाली श्रमिकों के संबंध में उनके ठेकेदारों से अधिक विवरण नहीं मिल पाया है।
संबंधित ठेकेदारों को कहा गया है कि इन श्रमिकों को जहां से लाया गया है, वहां से उनके मोबाइल नंबर व अन्य जानकारी प्राप्त की जाए। माना जा रहा है कि सकुशल मिले पांच श्रमिकों की तरह अन्य श्रमिक भी अन्यत्र जा सकते हैं। अन्य राज्य के लापता लोगों के घरों का पता जुटाकर उनकी भी खोज-खबर का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मलबे अभी भी जिंदगी की तलाश की जा रही है। जहां भी संभव लग रहा है, वहां अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से खोजबीन की जा रही है। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि लापता लोगों के परिजनों से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। ताकि जल्द से जल्द हर संभव मदद किया जा सके।