Valley Of Flowers: उत्तराखंड में राजधानी देहरादून से पहाड़ों तक 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम खराब होने की वजह से विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी को प्रशासन ने सैलानियों के लिए 3 दिनों तक बंद कर दिया गया है। 17 सितंबर तक फूलों की घाटी बंद रहेगी। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, कुमाऊं मंडल के सीमांत जनपद और गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग में स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया है। दो दिन उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर आरेंज अलर्ट, जबकि शनिवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि हर साल उत्तराखंड के चमोली स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। इस साल रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक फूलों की घाटी में मनमोहक फूलों का दीदार कर चुके हैं। विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी के दीदार के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक रिकॉर्ड 19852 पर्यटक फूलों की घाटी के दीदार के लिए पहुंचे हैं, जबकि 2019 में इस समय तक सर्वाधिक 17,424 पर्यटक घाटी में पहुंचे थे। फूलों की घाटी 31 अक्तूबर को बंद हो जाएगी। फूलों की घाटी में इस बार पर्यटकों की पूरे सीजन में चहल-पहल बनी रही। एक जून को घाटी पर्यटकों के लिए खोल दी गई थी। घाटी में पांच सौ से अधिक प्रजातियों के फूल अलग-अलग समय पर खिलते हैं। जुलाई के पहले हफ्ते से अक्टूबर तीसरे हफ्ते तक कई फूल खिले रहते हैं। यहां पोटोटिला, प्रिम्यूला, एनीमोन, एरिसीमा, एमोनाइटम, ब्लू पॉपी, मार्स मेरी गोल्ड, ब्रह्म कमल, फैन कमल जैसे कई फूल खिले रहते हैं। घाटी में दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु, वनस्पति व जड़ी बूटियों का भंडार है। विभिन्न प्रकार के फूल होने पर यहां तितलियों का भी संसार रहता है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत आती है। इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और जैविक विविधता के कारण वर्ष 2005 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया था। 87.5 वर्ग किमी में फैली फूलों की घाटी न सिर्फ भारत बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है।
फूलों की घाटी जाने के लिए कोई सीधी फ्लाइट कनेक्टिविटी नहीं है। देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा निकटतम कमर्शियल हवाई अड्डा है। आप हवाई अड्डे से एक कैब किराए पर ले सकते हैं जो आपको गोविंदघाट तक ले जाएगी। लेकिन सड़कें केवल गोविंद घाट तक ही जुड़ी हुई हैं, जहां से आपको फूलों की घाटी तक पहुंचने के लिए 16 किमी का ट्रैक शुरू करना होगा। यह जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से 292 किमी की दूरी पर स्थित है और दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। गोविंदघाट जॉली ग्रांट हवाई अड्डे के साथ गाड़ी चलाने योग्य सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से गोविंदघाट के लिए टैक्सी आसानी से उपलब्ध है।