Vedant Rawat lieutenant in the army

पौड़ी गढ़वाल : शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पास आउट होकर देश के 333 युवा अफसर भारतीय थल सेना में शामिल हो गए हैं। पासिंग आउट परेड में शामिल होकर सैन्य अधिकारी बने इन्हीं युवा कैडेट में से एक पौड़ी गढ़वाल का युवा कैडेट वेदांत रावत भी है। मूलरूप से पौड़ी ब्लॉक के केसुंदर गांव निवासी केवेदांत रावत के सेना में अफसर बनने पर पूरे गांव में खुशी की लहर है। शनिवार को देहरादून आईएमए की पासिंग आउट परेड के बाद वेदांत भारतीय सेना का हिस्सा बन गया है। वेदांत का परिवार वर्तमान में देहरादून रहता है। वेदांत के माता-पिता स्वास्थ्य विभाग में फार्मेसिस्ट पद पर तैनात हैं और वर्तमान में कोविड-19 ड्यूटी के तहत कोरोना महामारी से बचाव व रोकथाम में जुटे हैं।

मूलरूप से पौड़ी ब्लॉक के केसुंदर गांव निवासी भारत सिंह रावत व रेखा रावत के छोटे बेटे वेदांत का जन्म 1999 में हुआ। वेदांत ने वर्ष 2014 में आर्मी पब्लिक स्कूल क्लेमेनटाउन से 10 सीजीपीए के साथ 10वीं और वर्ष 2016 में 12वीं की परीक्षा 94 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की। वेदांत ने पहले ही प्रयास में एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण कर सेना के लिए कमीशन प्राप्त किया। ग्राम प्रधान नूतन सिंह रावत ने बताया कि गांव के बेटे वेदांत ने सेना में अधिकारी बनकर पूरे क्षेत्र का मान बढ़ाया है। गांव के 50 से अधिक ग्रामीण सेना के तीनों अंगों से जुड़े हुए हैं। इनमें से कुछ सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं। वेदांत के पिता भारत सिंह रावत फार्मेसिस्ट के पद पर हरिद्वार में सेवारत हैं, जबकि माता देहरादून में ही फार्मेसिस्ट के पद पर सेवाएं दे रही हैं। कोरोना महामारी के चलते वेदांत रावत के माता-पिता को अपने बेटे के पासिंग आउट परेड में शामिल न हो पाने का मलाल है। उन्होंने वेदांत की पासिंग परेड टीवी पर देखी।

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