Chardham Yatra 2024: चारधाम यात्रा को लेकर इस बार लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। 10 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा के पंजीकरण कराने वाले श्रद्दालुओं का आंकड़ा 19 लाख के करीब पहुंच गया। पिछले साल की तुलना में महज 16 दिन में इतने पंजीकरण हो गए हैं कि सरकार को अब यात्रा में प्रबंधन के लिए अलग से रणनीति बनानी पड़ रही है।
पिछले साल चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हुई थी, जिसके पंजीकरण करीब डेढ़ माह पहले शुरू हो गए थे। यात्रा से एक दिन पहले 21 अप्रैल तक चारधाम यात्रा के लिए 15 लाख 88 हजार 156 पंजीकरण हुए थे। इस बार उत्साह इतना है कि महज 16 दिन में ही यह आंकड़ा 19 लाख के करीब पहुंच गया है। बृहस्पतिवार को चारधाम पंजीकरण 18 लाख 73 हजार 242 पर पहुंच गया। तीर्थ यात्रियों की इस भीड़ को देखते हुए सरकार ने विशेष प्रबंध शुरू कर दिए हैं।
चारधाम यात्रा में आम श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए पहले 15 दिन वीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अनुमोदन के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेज सूचित भी कर दिया है। सभी से अपील की गई है कि 10 से 25 मई तक चारों धामों में दर्शन करने से वीआईपी बचें।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश के बाद मुख्य सचिव की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा गया है। पत्र में अपील की गई है कि यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में वीआईपी दर्शन को जितना हो सके टाला जाए। खासतौर पर केदारनाथ धाम में दर्शन को आने से बचा जाए, ताकि आम श्रद्धालुओं को दर्शनों में परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही इस संबंध में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भी सूचित किया जा रहा है।
उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। 10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे। ऐसे में शुरुआती 15 दिनों में यात्रा के भारी दबाव को देखते हुए ये कदम उठाया गया है।