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राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड की आज एक आपातकालीन वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर डीसी पसबोला द्वारा की गई।

बैठक में 60 से अधिक पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया

बैठक में निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही समस्त जनपदों से जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को पुरानी पेंशन बहाली के लिए पत्र भेजा जाएगा, जिसकी प्रतिलिपि वेतन विसंगति समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह को भी भेजी जाएगी।

पत्र में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ वेतन विसंगति समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिन्हा हुई वार्ता का प्रतिवेदन भी सार्वजनिक करने की मांग की जायेगी।

गूगल मीट को संबोधित करते हुए चमोली जनपद के महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने कहा कि कर्मचारियों को पोस्टर के माध्यम से राजनीतिक दलों को चेताना होगा।

बैठक को संबोधित करते हुए गढ़वाल मंडल के महासचिव नरेश कुमार भट्ट ने कहा कि सरकार चुनावी समय में भी कर्मचारियों की एकमात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली को नजरअंदाज कर रही है, जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ सकता है।

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि उनका संगठन देशभर में एकमात्र संगठन है जो एकमात्र उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के पेंशन बहाली के लिए बना है और यह संगठन लगातार इस दिशा में कार्य भी कर रहा है सरकार का कोई नुमाइंदा नहीं है जिस तक पेंशन बहाली की मांग न पहुंचाई गई हो लेकिन इन सबके बावजूद पुरानी पेंशन को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिखती।

बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि कर्मचारी शिक्षक और अधिकारी अपनी एकमात्र मांग को लेकर एकजुट है और सरकार से लगातार पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं, 80000 कार्मिकों के एकजुटता सरकार पर भारी पड़ सकती है, अगर वह कार्मिकों की पेंशन बहाल नहीं करती है।

अपने अध्यक्षीय भाषण में राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. डीसी पसबोला ने कहा कि कर्मचारी अधिकारी और शिक्षक पूरी तरह से अपनी मांग के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं और वर्तमान में यह उनकी एकमात्र मांग बन चुकी है, आम जनता भी नेताओं के दोगलेपन से परिचित हो चुकी है। ऐसे में कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग को नहीं माना जाता तो उनकी एकजुटता सत्ताधारी दल पर भारी पड़ सकती है इसलिए समय रहते पुरानी पेंशन बहाल कर दी जानी चाहिए।बैठक का संचालन प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल द्वारा किया गया।

बैठक में प्रांतीय प्रेस सचिव कमलेश कुमार मिश्र, विनोद रावत, रीता देवी, अनुप कुमार नेगी, गणेश पुनेठा, इन्दुवर जोशी, ज्योति नौटियाल, कैलाश पाण्डेय, महेश गिरी, पान सिंह मेहता, सुनील नेगी, विपिन परमार, अवधेश कुमार, यशपाल विष्ट, सुमन पाण्डेय, पदमेन्द सिंह, डॉ अजय क्षीवास्तव, इन्दु सिंह, नरेश जुयाल, प्रेम पाल गंगवार, गौरव नयाल, पंकज बुटोला, बिक्रम सिंह, प्रदीप सजवाण, कपिल शर्मा, शशी चौधरी, दिवाकर हालदार, दीपक ढौंढियाल, अजय चमोला, सुबोध कांडपाल रश्मि गौड़, अंकुश नौटियाल आदि पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।